बिलासपुर. अब से कुछ ही देर पहले लखीराम आडिटोरियम में राम मिलेंगे आद्यात्मिक यात्रा का आगाज हो चुका है। श्री परशुराम सेवा समिति,हिंदू मंच और सनातनी धर्म प्रेमी की टीम के तत्वावधान में तुलसी पीठ के स्वामी रामभद्राचार्य जी के श्री वचनों से बिलासपुर नगरी से यात्रा आरंभ करने डंका बजाया गया। उन्होंने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा को बताया और श्री राम के प्रति युवाओं के लगाव का बखान किया।
छत्तीसगढ़ श्री राम जी का ननिहाल है। श्री राम जी मिलेंगे यह एक पॉजिटिव सूत्र है। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसे नायक जिसमें हम समग्र सृष्टि को देख सकते है, जिसने साम्राज्य को ठुकरा दिया,आदर्श वादी श्री राम,बड़े ही सरल शब्दों में स्वामी जी ने हीरे के परख की तुलना श्री राम जी से की,जिसे हीरे की परख नही उसके लिए तो वह एक कांच के बराबर है।
https://youtu.be/_q1bKUp-f48
आडिटोरियम में भक्तों से खचाखच भरी भीड़ में श्री राम जय राम जय जय राम के जय जयकार की गूंज के बीच हिंदू धर्म में वेद और पुराणों की विशेषज्ञता को बताया,श्री राम जी जीवनी का सारा वर्णन कर, इस यात्रा में श्री राम के नाम को विजय मंत्र बताया,वनवास के लिए पिता को कहना पड़ गया और राम क्यो रोए, आदर्श पति,और युग पुरूष की गाथा को बारीकी से अपने शब्दों में सब के बीच रखा जा रहा है। श्री गणपति वंदना और सुरीले भजनों के बीच आजकल के युवाओं के प्यार का पैगाम भरा सन्देश को और श्री राम के आदर्शवादी की तुलना की. आए और जाने श्री राम किस-किस के..
कार्यक्रम का संचालन नीरज राजा अवस्थी,आशुतोष पाण्डेय, रोशन अवस्थी, चंद्रचूड़ त्रिपाठी और उनकी युवा टीम के द्वारा किया जा रहा है।