बिलासपुर.जनदर्शन में लॉ का एक छात्र रमन सरकार द्वारा बांटे गए स्काई मोबाइल को लौटा कर युवाओं के लिए रोजगार देने की मांग करते हुए सीएम के नाम ज्ञापन लेकर पहुंच गया।लेकिन कलेक्टर ने छात्र को कुछ ऐसा बोल दिया कि वह काफी आहात होकर लौट गया।
जनदर्शन में कौशलेन्द्र राव पीजी महाविद्यालय का छात्र भगीरथी ध्रुव कलेक्टर पी दयानंद से मिलने आया था।उसे भी कॉलेज के दूसरे छात्रों की तरह संचार क्रांति योजना के तहत मोबाइल फोन मिला है। वह अपना मोबाइल फोन लेकर कलेक्टोरेट पहुंचा। उसने जनदर्शन में बैठे अतिरिक्त कलेक्टर को आवेदन दिया तो उसे यह कहकर वापस भेज दिया गया कि यह आवेदन मुख्यमंत्री के नाम पर बना है। जन-दर्शन में आवेदन कलेक्टर के नाम पर होना चाहिए। इसके बाद भागीरथी दूसरा आवेदन लेकर पहुंचा, जो कलेक्टर के नाम पर था।
उस समय तक कलेक्टर पी दयानंद बैठ चुके थे। कलेक्टर उसके आवेदन को देखकर नाराज हो गए। उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि यहां राजनीति करने आए हो? उसे उल्टे पांव लौटा दिया और कहा कि क्या तुम राजनीति करने आए हो।
रिचार्ज के पैसे कहा से लाऊ..धुव्र
भागीरथी ध्रुव का कहना है कि हम सबके पास मोबाइल फोन है, लेकिन उसके रिचार्ज के लिए हमारे पास पैसे नहीं हैं। अगर हमें रोजगार दिया जाता तो हम परिवार वालों के लिए दो वक्त की रोटी और भाई बहन को अच्छी शिक्षा दिला पाते। छत्तीसगढ़ में स्थानीय युवकों को रोजगार के बहुत कम अवसर मिलते हैं, जबकि दूसरे राज्यों में ऐसा नहीं है। मोबाइल फोन पर फूंके जा रहे करोड़ों रुपए यदि रोजगार देने में खर्च किए जाते तो युवाओं को फायदा मिलता।