ग्रहों के बुरे प्रभाव को दूर करने या ग्रहों के शुभ प्रभाव को बढ़ाने के लिए रत्नों के धारण का प्रचलन प्राचीन काल से होता आ रहा है। भारतीय ज्योतिष प्रणाली में प्राय: प्रत्येक ज्योतिषी अपने मार्गदर्शन में इनका उपयोग बताया करते हैं। किन्तु रत्नों के उपयोग में बहुत अधिक सावधानी की आवश्यकता है।
रत्न नौ प्रकार के होते हैं.
ग्रहों के आधार पर रत्नों को नौ भागों में बांटा गया है। हर एक ग्रह को मजबूती प्रदान करने के लिए एक रत्न निर्धारित किया गया है। सूर्य के लिए माणिक, चंद्रमा के लिए मोती, बुध के लिए पन्ना, मंगल के लिए मूंगा, गुरु के लिए पुखराज, शुक्र के लिए हीरा, शनि के लिए नीलम, राहु के लिए गोमेदऔर केतु के लिए लहसुनिया पहना जाता है।
मोती 3 दिन माणिक्य 30 दिन मूंगा 21 दिन पन्ना 7 दिन पुखराज 15 दिन नीलम 2 दिन हीरा 22 दिन गोमेद 30 दिन लहसुनिया 30 दिन ज्योतिष में रत्न को किन उंगलियों में धारण करना चाहिए इस पर भी विवरण मिलता है।
9 प्रमुख रत्न,सूर्य-माणिक.
चंद्र-मोती,
मंगल-मूंगा,
बुध-पन्ना,
गुरु-पुखराज,
शुक्र-हीरा,
शनि-नीलम,
राहू-लहसुनिया.
माणिक ruby: डिप्रेशन दूर करके आत्मविश्वास बढ़ाता है रूबी, जान लीजिए माणिक रत्न के चमत्कारी फायदे job दिलवाने में हेल्प फुल है। सूर्य को strong करता है जीवन में राज योग लाता है।
मोती pearl:मोती रत्न आप की याददाश्त को बल देता है। आप के मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है। इस के अलावा मोती जीवन में यौवन और सुंदरता प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है एवं आप के वैवाहिक जीवन को सुंदर बनाता है।
मूंगा coral:मूंगा धारण करने से व्यक्ति के पराक्रम में वृद्धि होती है तथा आलस्य में कमी आती है। मूंगा मंगल दोष दूर करके वैवाहिक जीवन में सुख को प्रबल बनाता है
महिलाओं में मूंगा मासिक धर्म की कठिनाइयों को दूर करता है। मूंगा धारण करने के अनेक health benefits है।
पन्ना Emerald: पन्ना बुद्धिमत्ता, शार्पनेस को बढ़ाता है और पहनने वाले को जल्दी शांत बनाता है। बुध बुद्धि, कला, रचनात्मकता और ज्ञान का संरक्षक है और पन्ना उन लोगों को लाभ देता है जो इन सभी गुणों को पाना चाहते हैं। पन्ना विश्वास योग्यता और प्रतिबद्धता की भावना को बढ़ाता है।
पन्ना किसी के बिजनेस को समृद्ध बनाता है।studients को पन्ना विशेष लाभ देता है…concentration power बढ़ता है इसे धारण करने से।
हीरा diamond:शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य और वैवाहिक सुख आदि का प्रतीक माना जाता है। इसलिए हीरा पहनने से वैवाहिक संबंध मजबूत होने के साथ वैभव व सुख भी प्राप्त होता है। स्त्री वर्ग से जुड़ा व्यापार जैसे आभूषण, कपड़े, कॉस्मेटिक्स आदि काम करने वालों के लिए हीरा रत्न लाभकारी माना गया है। इसके साथ ही कलात्मक क्षेत्र से जुड़े लोग जैसे फिल्म व टेलीविजन कलाकार, गायक, लेखक आदि के लिए भी हीरा शुभ होता है। हीरा धारण करने से उच्च पद की प्राप्ति होती है,यह रोग जैसे heigh blood pressure or diabetes में लाभ देता है।
पुखराज yellow sapphire: मान्यता है कि इस रत्न को पहनने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। शिक्षा और करियर के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। विवाह में आ रही बाधाएं दूर होने लगती हैं। प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षकों, वकीलों, न्यायधीशों व राजनेताओं के लिए ये रत्न वरदान साबित हो सकता है। पुखराज bad luck को good luck में बदल देता है।
नीलम blue sapphire:यदि नीलम सूट करेगा तो राजा बना देगा और न सूट किया तो रंक बना देगा ऐसा नीलम के बारे में कहा जाता है।
नीलम धारण करने से धन-धान्य और मान-सम्मान में वृद्धि होती है। आपको करियर में सफलता मिलती है। स्वास्थ्य हमेशा सही रहता है और आपके वंश में भी वृद्धि होती है। हड्डी रोग एक कैंसर जैसे रोग में नीलम धारण करने से चमत्कारी फायदा होता है।
लहसुनिया cats eye: लहसुनिया रत्न के लाभ.
1- केतु ग्रह जीवन को बहुत संघर्ष पूर्ण बनाकर कड़ा सबक सिखाता है। लहसुनिया केतु का ही रत्न है, जो इस चुनौती भरी स्थिति में भी व्यक्ति को सुख-सुविधाओं का आनंद प्राप्त करवाता है।
2- अध्यात्म मार्ग के पथिकों के लिए भी लहसुनिया रत्न बहुत लाभकारी होता है, इसको धारण करने से सांसारिक मोह छूटता है और व्यक्ति अध्यात्म व धर्म की राह पर चलने पड़ता है ।
3- लहसुनिया के प्रभाव से शारीरिक कष्ट भी दूर होते हैं । अवसाद, लकवा व कैंसर जैसी बीमारियों में भी यह रत्न लाभदायक होता है ।
4- लहसुनिया मन को शांति प्रदान करता है और इसके प्रभाव से स्मरण शक्ति तेज होती है और व्यक्ति तनाव से दूर रहते हैं ।