रायपुर। सालों से नहीं बल्कि दशकों के बृजमोहन अग्रवाल की बदौलत भाजपा का गढ़ रहे रायपुर दक्षिण विधानसभा को आकाश शर्मा के जरिए कांग्रेस भेदने का प्रयास कर रही है. क्या कांग्रेस की कवायद सफल साबित होगी, इसका फैसला आज क्षेत्र की पौने तीन लाख मतदाता अपने मताधिकार के जरिए कर रहे हैं.
क्षेत्र के मतदान केंद्रों में सूरज निकलने से पहले ही मतदान कर्मियों की हलचल शुरू हो चुकी थी, लेकिन वास्तविक कार्रवाई सुबह 7 बजे से शुरू हुई, जब मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग करना शुरू किया. आंकड़ों में बात करें तो क्षेत्र की 2 लाख 71 हजार 169 मतदाता, जिनमें 1 लाख 33 हजार 800 पुरुष और 1 लाख 37 हजार 317 महिला मतदाताओं के साथ 52 तृतीय लिंग मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
चुनाव पर राजनीतिक दल के नेता-कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पुलिस प्रशासन की भी नजरें लगी हुई है. राजनीतिक दल, जहां अपने पोलिंग एजेंट के जरिए मतदान केंद्रों में मतदाताओं की सुविधा के लिए मौजूद रहेंगे. वहीं दूसरी ओर मतदान केंद्रों में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए 1532 पुलिस कर्मी मतदान केंद्रों में निगरानी से लेकर मतदान सामग्री को सुरक्षित सेजबहार स्थित स्ट्रांग रूम (शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज) तक पहुंचाने में जिम्मेदारी निभाएंगे.
भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर
रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में कहने को तो 30 उम्मीदवार अपना दांव आजमा रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है. भाजपा ने जहां रायपुर के महापौर रह चुके वरिष्ठ नेता सुनील सोनी पर भरोसा जताया है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने युवा नेता के तौर पर एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके आकाश शर्मा पर दांव लगाया है. भाजपा जहां बृजमोहन अग्रवाल की प्रतिष्ठा के साथ-साथ अपने परंपरागत वोटरों पर नजरें जमाए हुए है. वहीं कांग्रेस युवा नेता आकाश शर्मा के जरिए जातिगत कार्ड खेलते हुए भाजपा को मात देना चाहती है.