चुनाव आयोग की पहल से दिव्यांग और बुजुर्गों को विशेष सुविधा, लोकतंत्र को मजबूत करने घर-घर हो रही वोटिंग

 धमतरी। चुनाव आयोग की पहल से चुनावी इतिहास में पहली बार घर पहुंच मतदान की सुविधा दी जा रही है. इसी कड़ी में धमतरी में भी 8 नवंबर से ये सुविधा शुरू हुई. जिसमे दिव्यांगों और बुजुर्गों को उनके घर मे जाकर मतदान करवाना होता है. इसके लिए निर्वाचन आयोग की टीम और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं. निर्वाचन आयोग की इस नई पहल से न सिर्फ बुजुर्गों और दिव्यांगों को बड़ी राहत मिलेगी, बल्कि वो भी सरकार बनाने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बन सकेंगे.

आपको बता दें कि धमतरी में कुल 4 हजार 415 बुजुर्ग, 5 हजार 9 सौ 83 दिव्यांग है दोनों मिला कर 10 हजार 2 सौ से अधिक मतदाता है जो घर बैठे मतदान के पात्र है. अभी तक सिर्फ 91 लोगों ने घर बैठे मतदान के लिए सहमति दी है. जिनमें से 87 मतदाताओं ने होम वोटिंग किया है. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2023 के तहत मतदान केंद्रों तक पहुंच पाने में असमर्थ दिव्यांग मतदाताओं सहित 80 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र के माध्यम से घर पर ही मतदान करने की व्यवस्था की गई है. इसके तहत बुधवार को धमतरी जिले में ऐसे दिव्यांग मतदाताओं के साथ ही 80 वर्ष से अधिक उम्र के वयोवृद्ध मतदाताओं ने डाक मतपत्र के जरिये अपने मताधिकार का उपयोग किया. इस मौके पर वृद्ध महिला ब्रिज बाई ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि पूर्व में वह अपने मताधिकार का प्रयोग करने स्वयं मतदान केन्द्र तक जाया करती थी, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ अब शरीर भी जवाब देने लगा है. कहीं भी जाने के लिए किसी सहारे की जरूरत पड़ती है. ऐसे में मतदान केन्द्र तक जाना संभव नहीं है.उन्होंने बताया कि कभी सोचा नहीं था कि घर पर भी मतदान किया जा सकता है. निर्वाचन आयोग की इस पहल को सराहनीय बताते हुए ने कहा कि अब बदलाव की बयार बहने लगी है, जिसका लाभ वृद्धजनों को मिल रहा है. इस मामले पर संयुक्त कलेक्टर ऋषिकेश तिवारी ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशन में दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए होम वोटिंग करवाया जा रहा है. धमतरी जिले के तीनों विधानसभा में अलग-अलग टीम दिव्यांग और बुजुर्गों के घर जाकर वोट करवा रहे हैं.

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