रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में युवोदय कि एक अनूठी पहल से बड़ा बदलाव हो रहा है। 23 सितंबर 2020 को शुरू हुआ यह कार्यक्रम, जिसका नाम युवोदय “युवाओं का उदय” है, बस्तर के युवाओं को सामुदायिक विकास के लिए सशक्त बना रहा है। यह अनूठी पहल अब प्रदेश के 9 जिलों तक पहुंच चुकी है। युवोदय का उद्देश्य सरकार और समुदाय के बीच के अंतर को कम करना है और युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा में ले जाना है।
युवोदय कार्यक्रम यूनिसेफ, बस्तर जिला प्रशासन और स्थानीय समुदायों के सहयोग से संचालित है। यह स्वैच्छिक कार्यक्रम युवाओं को अपने गांवों की समस्याओं को हल करने के लिए काम करने का अवसर देता है। वर्तमान में, 8,226 स्वयंसेवक इस पहल से जुड़े हैं, जिनमें से 1,200 से अधिक विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, और स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कई प्रयासों से बस्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। युवोदय ने हजारों लोगों को मलेरिया, स्वच्छता, और पौष्टिक आहार के बारे में जागरूक किया है। इसके अलावा, मोहल्ला कक्षाओं और पोषण वाटिकाओं जैसी पहल से शिक्षा और पोषण के क्षेत्र में भी सुधार हुआ है।
युवोदय की यह पहल अब कोंडागांव, बीजापुर, कबीरधाम, बिलासपुर, जशपुर, जांजगीर-चापा, दुर्ग, राजनंदगांव और दंतेवाड़ा जिलों में भी विस्तार कर चुकी है, जिससे सामुदायिक सशक्तिकरण का यह अनूठा प्रयास और भी व्यापक हो गया है।