भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव की तैयारियों में जुटी युवा विंग,कार्यक्रम की बनी रूपरेखा, इस बार भी कुछ इस तरह नजर आएगा भगवामय शहर.देखें वीडियो.

बिलासपुर. इस वर्ष भी श्री परशुराम जी जन्मोत्सव को भव्य रूप देने युवा विंग टीम की तैयारियां जोरों से शुरू हो गई है। समस्त विप्र समाज और सनातनी धर्म प्रेमी ब्राह्मण समाज के द्वारा तिथि के अनुसार 22 अप्रैल शनिवार को शोभायात्रा का आयोजन किया गया है तो वही समग्र ब्राम्हण समाज द्वारा बैठक कर भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव को महोत्सव का रूप देते हुए तीन दिवसीय मनाने का निर्णय लिया गया है।

समाज के वरिष्ठजनों से मिली जानकारी के अनुसार समग्र ब्राम्हण समाज की अगुवाई में इस बार 23 अप्रैल रविवार को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी,इससे पहले शुक्रवार 21 अप्रैल को समाज द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और 22 अप्रैल शनिवार को अक्षय तृतीया के दिन सामाजिक भवनों में भगवान परशुराम जी की पूजा-अर्चना,हवन और प्रसाद का वितरण किया जाएगा। भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में शनिवार को इमलीपारा स्थित विप्र भवन में समग्र ब्राम्हण समाज की बैठक आयोजित की गई। जिसमें सभी समाज प्रमुखों द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की इस बार से भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव को तीन दिवसीय कार्यक्रम के रूप में मनाया जाएगा। बैठक में अक्षय तृतीया के दूसरे दिन 23 अप्रैल रविवार को शोभायात्रा को भव्य और सफल बनाने को लेकर भी चर्चा की गई।

शनिवार को पहली शोभायात्रा.

मालूम हो कि भगवान श्री परशुराम जी के जन्म उत्सव को हर साल बेहतर से बेहतर मनाने की तैयारियां की जाती है इस बार शनिवार 22 अप्रैल को समस्त विप्र समाज और सनातनी धर्म प्रेमी ब्राह्मण समाज की टीम द्वारा तिथि के अनुसार पहली शोभायात्रा का निकाला जाना तय किया गया है। जिसमें जोरदार भव्यता की झलक देखने को मिलेगी।

जिसमें निर्णय लिया गया की परंपरा अनुसार भव्य शोभायात्रा दयालबंद स्थित शीतला माता मंदिर से निकाली जाएगी जिसमें शहर समेत अंचल के सभी विप्रजन शामिल होंगे.शोभायात्रा का समापन पं.देवकीनंदन दीक्षित स्कूल में धर्मसभा और विप्र समागम के रूप में होगा।

शोभायात्रा का रूट तय और सजावट.

रविवार 23 अप्रैल को शोभायात्रा शीतला माता मंदिर दयालबंद से शाम 4.30 बजे निकलेगी। जो शहर के मुख्य मार्गों गांधी चौक,जूना बिलासपुर,गोल बाज़ार,सदर बाज़ार सिम्स चौक होते हुए पं.देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में समाप्त होगी. जहां धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा । धर्मसभा में महाआरती के बाद महाप्रसाद का वितरण किया जाएगा साथ ही भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा । इस दौरान शोभायात्रा का जगह-जगह विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा स्वागत किया जाएगा। शोभायात्रा मार्ग को तोरन एवं झंडों से सजाया जाएगा साथ ही भव्य स्वागत द्वार भी बनाएं जाएंगे।

इनकी रही उपस्थिति.

बैठक में प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ी सरयूपारीण ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष डाॅ.प्रदीप शुक्ला,महाराष्ट्रियन ब्राम्हण समाज अध्यक्ष मोहनदेव पुजारी,कान्यकुब्ज ब्राम्हण समाज अध्यक्ष अरविंद दीक्षित,चंद्रप्रकाश वाजपेयी, हेमंत शर्मा,डाॅ.विनोद तिवारी,डाॅ.संदीप शर्मा,राजेश पाण्डेय,राकेश शर्मा,अपूर्व तिवारी,महेश दुबे,प्रफुल्ल शर्मा,अनिल तिवारी,संजय शर्मा,विनय शर्मा,राजकुमार तिवारी,सुशांत शुक्ला,सुदेश दुबे,अनुग्रह मिश्रा,चुट्टू अवस्थी,प्रणव शर्मा,श्याममोहन दुबे,विभा गौरहा, चित्रलेखा तिवारी,उर्वशी सतर्के,आरती दुबे,जयश्री शुक्ला,निर्मेश गौरहा,आदर्श दुबे,अंशुमान शर्मा,मनीष शर्मा,अमित शुक्ला,अरविंद शुक्ला,ॠषभ चतुर्वेदी,अमित तिवारी,रोहित मिश्रा,आशीष शुक्ला,राजीव शर्मा,सिद्धार्थ पाण्डेय,मनुराज पाण्डेय,प्रदीप शर्मा,रितेश शुक्ला,दीपक शर्मा,अमृतांश शुक्ला,प्रतीक तिवारी,प्रांजल तिवारी,विकास पाण्डेय,आशीष झा,नितिश शर्मा,विकास दीक्षित,प्राचल चौबे,अंकित पाठक,सूर्यप्रकाश पाण्डेय समेत समस्त विप्रजन उपस्थित रहें।

पारंपरिक लोकनृत्य एवं झांकी रहेगी आकर्षण का केंद्र.

शोभायात्रा का नेतृत्व प्रदेश की पारंपरिक लोकनृत्य पंथी एवं कर्मा एवं गेड़ी के साथ अन्य प्रदेशों के पारंपरिक नर्तक दल द्वारा किया जाएगा, साथ ही भगवान श्री परशुराम जी की जीवंत झांकी के अलावा अन्य झांकियां भी आकर्षण का केंद्र रहेंगी।

समाज के विभूति होंगे सम्मानित.

पं.देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले समाज के विभूतियों का भी किया जाएगा सम्मान।

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