बिलासपुर. अखबार प्रबंधकों से न्यूज पेपर एजेन्ट नाराज चल रहे हैं. रिवर व्यू में एक अनौपचारिक बैठक में हाकर्स एवं एजेन्ट ने अपनी भड़ास निकाली . यहां कहा गया कि प्रसार प्रबंधक बचत प्रतियों को कम करने का नाम नही ले रहे हैं| उल्टे उन बचत प्रतियों का पैसा जमा कराने का दबाव बनाते हैं| जमा नहीं करने की स्थिति में एजेंसी बंद करनी की धमकी देते हैं| मीडिया दूसरों की बुराइयों को छापता है लेकिन अपने एजेंटों के दर्द को नही समझती| जो काम एजेंट अखबार को घर घर प्रतिदिन ठंड हो या बरसता पानी हो, नियमित बिना रुके अपने काम को समय पर करते हैं|उनकी हालत किसी से छुपी नहीं है. पत्रकारों को तो शासन से बहुत कुछ मिलता है, लेकिन इतना कठिन मेहनत करने वाले एजेंटों को कुछ नहीं मिल पा रहा है| न ही प्रेस के मालिकों द्वारा कुछ भी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है| ⇑शासन से मांग की जा रही है कि एजेंटों को कुछ सुविधा मिले ऐसी योजना बनाया जाए|इससे एजेंट परेशानियों से निकल सके|अभिकर्ता संघ के अध्यक्ष पवन सोनी ने यह पीड़ा सोशल मीडिया में व्यक्त की है.ö