कविता को लोक कला का सर्वोच्च सम्मान..

राजनांदगांव। अंचल की जानीमानी लोक गायिका और अनुरागधारा लोकमंच की प्रमुख कलाकार कविता वासनिक को लोक शिल्प के क्षेत्र में अंचल की लोक कला व संस्कृति के संरक्षण एवं सवर्धन के लिए छ.ग. शासन द्वारा प्रतिष्ठित दाऊ मंदराजी सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। संस्कृति विभाग के सचिव ने ज्यूरी द्वारा चयनित नाम को स्वीकृति देते हुए इसकी विधिवत सूचना संबंधित विभाग को दे दी है। जबकि साहित्य के क्षेत्र में पं. सुंदरलाल शर्मा सम्मान की घोषणा में अभी समय लगेगा। नया रायपुर में होने जा रहे राज्योत्सव के समापन अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों अंचल की वरिष्ठ लोकगायिका एवं संस्कारधानी की बेटी कविता वासनिक को गरिमामय मंच में राज्योत्सव अंलकरण सम्मान समारोह में दाऊ मंदरा जी सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। विदित हो, अनुरागधारा लोक कला मंच राजनांदगांव के माध्यम से प्रदेश के अलावा राष्ट्रीय मंचों पर अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरने वाली ख्यातीलब्ध लोकगायिका कविता वासनिक के द्वारा स्वर बद्ध गीत पता लेजा रे गाड़ी वाला, मंगनी म मांगे मया नहीं मिले रे जैसे लोकगीत स्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुए है इसके अलावा आकाशवाणी रायपुर से उनके गाये कई गीतों का प्रसारण समय – समय पर होता रहता है। लोकमंचों पर स्रोताओं के बीच माटी की महक अपने सुमधुर गीतों के माध्यम् से सुवासित करने वाली लोक गायिका काफी लोकप्रिय रहीं है..

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