छत्तीसगढ़ /(omgnews.co.in)के बलरामपुर जिले में संविदा कर्मी, अधिकारी और कर्मचारी अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर बीते 7 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. हड़ताल पर चले जाने से तमाम शासकीय विभागों के कार्यालयों में काम प्रभावित हो रहे हैं. आलम यह है कि कई विभाग के शाखों में तो ताले तक लटक रहे हैं. हड़ताल की वजह से सारे शासकीय काम प्रभावित हो गए हैं. इस कारण जनपद पंचायत में नए ऑपरेटर रखकर काम कराया जा रहा है.
गौरतलब है कि इस वर्ष के अंतिम माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. शासकीय विभाग में काम कर रहे अधिकारी और कर्मचारी भी इसी चुनाव के अंतिम वर्ष शासन से अपनी मांगों को मनवाने के लिए आंदोलन करना मुनासिब समझते हैं. पहले शिक्षाकर्मी समेत कितने संघ आंदोलन कर सरकार को अपनी ओर झुकाने का काम किया है, तो वहीं अब बीते 7 दिनों से संविदा कर्मी भी संयुक्त प्रगतिशील महासंघ के बैनर तले 7 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. जिले में 3 दिनों तक हड़ताल करने के बाद संभाग और अब राजधानी में अपनी मांगों को मनवाने संविदा कर्मा कर्मचारी अधिकारी चले गए हैं.
बता दें कि चुनावी साल है और सरकारी दफ्तरों में भी कामकाज और योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए काफी काम है. ऐसे संविदा कर्मियों के हड़ताल पर जाने की वजह से शासकीय काम काफी प्रभावित हो रहे हैं. कई विभाग के शाखाओं में ताले लटके नजर आ रहे हैं. वहीं पंचायत हो या ग्राम पंचायत सभी जगहों में काम तो प्रभावित हो रहे हैं, वहीं अब ऑफिसों में डेली वेस में लड़कों को रखकर अधिकारी काम भी कराने लगे हैं.
बहरहाल, देखना है कि संविदा कर्माचारियों और अधिकारियों की मांगों को सरकार कितनी गंभीरता से लेती है और कितने मांगों पर मुहर लगता है.