बिलासपुर. स्वच्छ और सौम्य प्रत्याशी को बिलासपुर विधानसभा के चुनावी दंगल में उतारना लगता है कांग्रेस पार्टी को भारी पड़ सकता है टिकिट नही मिलने से बौखलाए वरिष्ट कांग्रेस नेता अशोक अग्रवाल ने इस बात को कांग्रेस भवन में गाली गलौज कर जितने नही देने की धमकी देकर साबित कर दिया वही इतना कुछ होने के बाद भी कांग्रेस ने जिस प्रत्याशी पर अपना दांव खेला है वह पार्टी को अपना परिवार बताकर पूरी निष्ठा के साथ प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं।
रविवार की दोपहर कांग्रेस नेता अशोक अग्रवाल ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी को शर्मसार कर दिया।टिकिट नही मिलने की बौखलाहट को वरिष्ट कांग्रेस नेता ने पार्टी के प्रत्याशी शैलेश पांडेय से गाली गलौज कर बिलासपुर ‘विधानसभा चुनाव कैसे जीतते हो कि धमकी देकर’ अपनी भड़ास निकाल दी सब देखते रह गए और सरल,सौम्य शैलेश पांडेय हाथ जोड़े अशोक अग्रवाल की अभद्रता सुनते रहे।श्री पांडेय का कसूर कहे या उनका अपनापन जो अशोक अग्रवाल को ‘भईया कितनी बार फोन किया आप मेरा फोन क्यो नही उठा रहे हो’बोलना मंहगा पड़ गया।बस फिर क्या था कांग्रेस पार्टी की तरफ से नकारे गए अशोक अग्रवाल ने टिकिट नही मिलने का सारा गुस्सा भीड़ से भरे कांग्रेस भवन में निकाल दिया।उन्होंने पार्टी की महिला कार्यकर्ताओ का लिहाज किये बगैर कांग्रेस प्रत्याशी को भद्दी गालियां देते हुए नही जितने देने की चुनौती दे डाली।
अगर कोई कांग्रेसी होता तो..
इस पूरी घटना के यह बात छन के बाहर आ रही है कि टिकिट कटने के बाद कुछ कांग्रेसी शिक्षा के क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी में आए शैलेश पांडेय को पचा नही पा रहे हैं एक तो पार्टी से कुछ लोगो की टिकिट कटना ऊपर से श्री पांडेय की खासी लोकप्रियता और कांग्रेस पार्टी को अपना परिवार और सभी वरिष्ट जनों को अपना बड़ा भाई मानने वाले शैलेश पांडेय की राह ऐसे कांग्रेसी कितनी आसान बनाते है ये तो चुनाव के नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा।वही बाजार में इस बात की चर्चा भी जोरो पर है कि शैलेश पांडेय की जगह अगर बिलासपुर विधानसभा से कोई दूसरा प्रत्याशी यानी कोई कांग्रेसी होता तो नजारा कुछ और ही देखने को मिलता।