बिलासपुर.होशमंद से साफ सफाई की उम्मीद प्रशासन को है लेकिन मयकशी में डूबे लोगों स्वच्छता अभियान से क्या मतलब. सरकार की दूकान और ग्राहक हैं इसलिए सब चुप थे पर अब निगम का अतिक्रमण निरोधी दल कार्रवाई करेगा.
जी हाँ शहर की तमाम शराब दुकानों के आसपास और चखना सेंटरों के इर्दगिर्द फैली गन्दगी देखकर तो ऐसा ही लगता है कि सफाई अभियान जैसी बातें पीने और पिलानेवालों पर लागू नहीं होती। शहर में एक तरफ निगम स्वच्छता के लिए अभियान चला रही है तो वहीं शराब दुकानों के चखना सेंटर गंदगी फैलाकर इसका माखौल उड़ा रहे हैं। इसे देखते हुए अब अतिक्रमण अमले को उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने का आदेश निगम आयुक्त ने दिया है। इसी क्रम में गंदगी दिखने पर व्यापार विहार शराब दुकान के पीछे से डिस्पोजल और पानी पाउच जब्त किए गए हैं। अब आनेवाले समय में अन्य शराब दुकानों की बारी है।
राज्य शासन ने शराब दुकानों में चखना दुकान बंद करने का आदेश दिया है। इसके बाद भी आबकारी और पुलिस विभाग की मिलीभगत से सभी शराब दुकानों में अवैध चखना सेंटर चलाया जा रहा है। इन सेंटरों में पानी पाउच और प्लास्टिक के गिलास बेचे जा रहे हैं। इसके कारण शराब दुकानों के आसपास भारी गंदगी हो रही है। निगम का अमला रोज सफाई करता है। इसके बाद भी शाम को स्थिति जस की तस हो जाती है। इसे देखते हुए अब निगम आयुक्त ने इन अवैध चखना सेंटरों पर कार्रवाई करने के निर्देश अतिक्रमण अमले को दिए हैं। उन्हें सख्त हिदायत है कि जिस भी शराब दुकान के आसपास गिलास,पानी पाउच बिखरा हुए दिखे वहां चखना सेंटरों का सामान जब्त कर लिया जाए। इसी क्रम में व्यापार विहार में पानी पाउच और गिलास जब्त किए गए हैं। जांच में पुराना बसस्टैंड और सरकंडा में गंदगी नहीं दिखी। इसके कारण उन्हें बख्श दिया गया है। अतिक्रमण अमले ने सभी चखना सेंटर वालों को साफ हिदायत दी है कि अगर उनके आसपास गंदगी दिखी तो सीधे जब्ती की कार्रवाई होगी। जो भी शहर में गंदगी फैलाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।