जनपद उपाध्यक्ष पीयूष
सीएम से करेंगे मांग..
पिथौरा.भूमि पंजीयन हेतु रजिस्ट्री दफ्तर खोले जाने की मांग करते हुए जनपद उपाध्यक्ष पीयूष अग्रवाल ने पंजीयक महासमुंद को पत्र लिखा है ।उन्होंने पिथौरा ब्लॉक मुख्यालय में रजिस्ट्री दफ्तर की महति आवश्यकता बताई है। साथ ही पिथौरा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति व ग्रामों की संख्या के बारे में विस्तार से सिलसिलेवार आंकड़े भी दिए हैं।
ज्ञात हो कि बसना में रजिस्ट्री दफ्तर खोले जाने के बाद पिथौरा क्षेत्र के लोग उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. जबकि यहां रजिस्ट्री दफ्तर की सख्त आवश्यकता है। पिथौरा क्षेत्र के लोगों को भूमि पंजीयन कराने के लिए महासमुंद जाना पड़ता है जिससे कृषकों के आने जाने का समय तथा पैसे की बर्बादी भी होती है। विगत कई सालों से पिथौरा में रजिस्ट्री दफ्तर की आवश्यकता महसूस हो रही है। लेकिन इस और किसी ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया लिहाजा यहां पर रजिस्ट्री दफ्तर को ले जाने की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो सकी थी। अब जब चूंकि बसना में रजिस्ट्री दफ्तर को खोला जा चूका है ऐसी दशा में यहां के जनप्रतिनिधि भी सक्रिय हो गए हैं।जनपद उपाध्यक्ष पीयूष अग्रवाल ने पंजीयक महासमुंद भेजें अपने पत्र में उल्लेख किया है कि पिथौरा तहसील का भौगोलिक क्षेत्रफल 86782.89 वर्ग मीटर है।पिथौरा तहसील का मुख्यालय है यहां पर दो राजस्व निरीक्षक मंडल तथा 60 हल्का पटवारी है। इस तहसील की कुल जनसंख्या 912602 है जबकि शहरी जनसंख्या 120152 है। इस विकासखण्ड अंतर्गत 249 राजस्व ग्राम है। विकास खंड के में प्रमुख रुप से विभिन्न शैक्षणिक संस्थाएं भी है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग 53 से लगा हुआ ब्लॉक मुख्यालय पिथौरा है। पिथौरा में महत्वपूर्ण विभाग के कार्यालयों की स्थापना हो चुकी है जिसमें अनुभागीय अधिकारी राजस्व, तहसील,जनपद पंचायत, विकास खंड शिक्षा अधिकारी, अनुभागीय अधिकारी वन, परिक्षेत्र अधिकारी, जन संसाधन विभाग का अनुभाग अधिकारी, परियोजना अधिकारी कृषि,विकासखंड स्त्रोत समन्वयक केंद्र,नगर पंचायत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कार्यालय सहित विभिन्न राष्ट्रीय कृत बैंक यहां पर संचालित है। पिथौरा में शासकीय महाविद्यालय के अलावा यहां व्यवहार न्यायालय सहित उप कोषालय भी स्थापित हो चुके हैं। इस तरह से सभी दृष्टिकोण से पिथौरा में रजिस्ट्री दफ्तर खोले जाने हेतु पर्याप्त आधार विद्यमान हैं।श्री अग्रवाल ने बताया कि पंजीयक महासमुंद को पत्र भेजा गया है तथा स्थानीय स्तर के अधिकारी गणो से भी चर्चा की गई है। मुख्यमंत्री के पिथौरा आगमन पर रजिस्ट्री दफ्तर हेतु उन्हें मांग पत्र भी सौंपा जाएगा।