बिलासपुर. कानन पेंडारी मिनी जू में मादा दरियाई घोड़े (हिप्पोपोटामास) सजनी की संदेहास्पद मौत का मामला अब तूल पकड़ने लग गया है इस घटना को जू प्रबंधन के द्वारा लाख छुपाने के बाद भी कानन के भीतर से मौत की बात बाहर आ ही गई इधर जू के हालात जानने कांग्रेस के नेता देर शाम कानन पेंडारी पहुंचे और वन विभाग के अफसरों से चर्चा कर मादा हिप्पो के मौत का वन विभाग को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है।
कानन पेंडारी जू में जिस मादा हिप्पो सजनी की मौत के बाद पीएम के दौरान पता चला कि उसके पेट मे 6 माह का गर्भ था भले ही उसकी मौत के बाद कानन पेंडारी जू प्रबंधन और वन विभाग के अफसरों ने अपनी गलती को छिपाने जल्दबाजी में मृत मादा हिप्पो का पीएम करवा दिया जिसमें जू प्रबंधन के अनुसार सजनी की मौत हार्ट अटैक से बताई जा रही है वही पीएम रिपोर्ट चौकाने वाली हैं जिसमे कानन पेंडारी प्रबंधन की गलती साफ दिखाई दे रही हैं पीएम रिपोर्ट के मुताबिक मादा हिप्पो गर्भवती थी जिसकी समय रहते ठीक से कानन पेंडारी प्रबंधन ने देखभाल नही की और उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद एक बार फिर कानन पेंडारी जू प्रबंधन कटघरे में खड़ा हो गया है।इधर रविवार की देर शाम तखतपुर विधायक रश्मि सिंह,विजय केशरवानी अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण),सुनील शुक्ला घटना की जानकारी लेने कानन पेंडारी पहुचे थे जहां विधायक ने तो वन विभाग के अधिकारियों को जमकर लताड़ा और इस मौत का जवाब वन विभाग को विधानसभा में देने कानन पेंडारी मिनी जू का लाइसेंस रद्द कराने की बात कही वही लगातार कानन पेंडारी प्रबंधन की लापरवाही सामने से अब सत्ता पक्ष के लोग भी वन अफसरों पर करवाई करने के मूड में आते दिख रहे है।
केशरवानी कहिन..
कानन पेंडारी में लगातार वन्य प्राणियों की मृत्यु बहुत ही चिंताजनक है पेंडारी जू बिलासपुर की एक पहचान है पूर्व में भी यहाँ सफ़ेद शेर की मृत्यु हो गई थी और आज दरियाई घोड़ा जिसके पेट में छह महीने का गर्भ था यह बात पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आयी है परंतु दुखद पहलू यह है कि यहाँ के अधिकारियों को यह तक पता नहीं था कि दरियाई घोड़ा की गर्भ में बच्चा है, जिससे यह बात प्रमाणित होती है कि वन्य प्राणियों की देखभाल में घोर लापरवाही की जा रही है यह चिंता जनक है इस पर ध्यान देने की ज़रूरत है जिससे इस तरह की पुनरावृत्ति न हो सके कानन पेंडारी बिलासपुर की अस्मिता से जुड़ा हुआ है।
एक बार फिर सुधार का राग..
पिछले दिनों नगर विधायक शैलेश पाण्डेय ने कानन पेंडारी का निरीक्षण किया था तब पेयजल के साथ अन्य समस्याओं की बात सामने आई थी जिसके बाद जू प्रबंधन द्वारा व्यवस्थाओं में सुधार का दावा किया सजनी की मौत के चार दिन पहले बीते गुरुवार को जू के डिप्टी रेंजर अजय शर्मा ने ‘OMG NEWS NETWORK’ से कहा था कि पेयजल की व्यवस्था ठीक कर बाकी समस्याओं पर ध्यान दिया जा रहा है लगता है रेंजर जानवरों को भूल कर बस पानी की समस्या को दुरुस्त करने में ही लगे रहे इधर सजनी की मौत हो गई इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कानन पेंडारी के भीतर और बाहर वन विभाग का अमला मिनी जू को लेकर कितना जागरूक है।