फिल्मी अंदाज में अधिराज बिल्डर फिर  पुलिस को चकमा दे गए..

कांग्रेस नेता मारपीट कर निकल गया..

बिलासपुर .आशियाना देने के नाम पर पहले तो एक ग्रुप ने लोगों से लाखों रुपये ऐंठ लिए. ऊपर से जब पीड़ित अपनी रकम मांगने गये तो  नाटकीय घटना क्रम से एक कमेटी का गठन कर बेवकूफ बनाया गया. पुलिस के सामने मारपीट कर बड़ी आसानी से कांग्रेस नेता फर्जी लोगों को छुड़ा के ले गया.गुरुवार की दोपहर तारबाहार थाने में व्यापार विहार स्थित अधिराज बिल्डर एंड ग्रुप के फर्जीवाड़ा को लेकर जमकर हंगामा हुआ. दरअसल ग्रुप के डायरेक्टर गुलशन भाटिया, जितेंद्र भाटिया , किशोर कुमार और संतोष श्रीवास ने 2013 में फ्लैट बुकिंग के नाम पर प्रदेश समेत शहर के कई लोगों से करीब आठ से चालीस लाख रूपए तक की रकम लिया था.मगर किसी की भी रजिस्ट्री नहीं की. इधर रकम देने वाले लगातार अधिराज ग्रुप के सम्पर्क में थे. मगर अचानक कम्पनी का ऑफीस बँद हो गया और डायरेक्टर्स गायब हो गये. इस बीच कम्पनी की तरफ़ से सभी लोगों को समझौते के लिये नोटिस भेजा गया. गुरुवार को त्रिवेणी भवन में एक रिटायर्ड जज और कुछ वकीलों की टीम गठित कर चर्चा शुरू की गयी लेकिन पीड़ित लोगों को कमेटी के मेंबरों पर विश्वास नही हुआ और लोगों ने उन्हें अपना परिचय बताने को कहा-तो रिटायर्ड जज आनाकानी करने लगे. इससे पीड़ित लोगोंको समझ आ गया कि उनके साथ फर्जीवाड़ा किया जा रहा है.आननफानन में पुलिस को सूचना दी गयी मगर पुलिस भी दो घंटे बाद पहुंची. पीड़ित लोगों ने कमेटी और जज बन कर आये व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया. इधर जब पुलिस उन लोगों को थाने लेकर आयी तो पीड़ितों ने भी थाने पहुँच कर हंगामा मचा दिया. इस बीच काँग्रेस नेता अकबर खान अपने ग्रुप के साथ वहा पहुंचा और अधिराज ग्रुप के द्वारा भेजे गये कमेटी के लोगों को छोड़ने पर अड़ गया. जब इस बात का विरोध जोगी कांग्रेस के प्रवक्ता विक्रांत तिवारी ने किया तो तारबहार टीआई और पुलिस कर्मियों के सामने अकबर खान एंड ग्रुप ने उसकी पिटाई कर दी और अधिराज ग्रुप के लोगों को बड़े ही नाटकीय घटना क्रम से अपने साथ लेकर चले गये और पुलिस देखती रह गई. बताया जाता है की ज़मीन ,फ्लैट बुकिंग के नाम पर अधिराज ग्रुप ने करीब तीन से चार सौ लोगों का लाखो रुपये हड़प लिया है. इधर पुलिस मामले की जाँच करने की बात कह रही है पर मामला संदिग्ध है.

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