बिलासपुर. बिलासपुर विश्वविद्यालय का एक नया कारनामा सामने आया है । विवि प्रशासन ने पात्रता प्रमाण पत्र को लेकर छात्राओं का मोबाइल नंबर वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया है। पर्सनल मोबाइल नंबर सार्वजनिक होने के बाद छात्राओं को मुश्किलें बढ़ गई हैं। छात्राओं की ओर से उन्हें रात-दिन फोन कर डिस्टर्ब किया जा रहा है और अश्लील बात करने की भी शिकायत आ रही है। छात्राओं का कहना है कि अधिकारियों को ऐसा नहीं करना था, अभिभावक को नोटिस भेजते या फिर खुद संपर्क करते।
बता दें कि कुलसचिव के हस्ताक्षर सहित कुल 114 छात्र-छात्राओं के नाम नोटिस जारी हुआ है। इस नोटिस को रजिस्टर्ड डाक से अभिभावकों के पास भेजने के अलावा वेबसाइट पर भी 27 जनवरी को सार्वजनिक कर दिया गया है।
अधिकांश बीएड व एमएड की प्रशिक्षार्थी बताये जा रहे हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से पढ़ाई करने आईं छात्राओं का मोबाइल नंबर सभी जगह फैल चुका है जिससे शरारती तत्व परेशान कर रहे हैं।
कोई विश्वविद्यालय के नाम पर जानकारी ले रहा है तो कोई छात्र संगठनों का हवाला देकर राहत देने की बात कह रहा है। रात में अश्लील और गंदी बातें कर परेशान भी किया जा रहा है। इसे लेकर अभिभावकों में जमकर आक्रोश है। नोटिस को लेकर कलेक्टर के माध्यम से कुलाधिपति से शिकायत की योजना भी बनाई जा रही है।
गंभीर बात माना विवि ने
डॉ एच एस होता (अधिष्ठाता,बिलासपुर विवि) ने कहा कि प्रवेश के दौरान पात्रता प्रमाण पत्र जमा नहीं करने वाले छात्र-छात्राओं के नोटिस को वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। छात्राओं के नंबर सार्वजनिक होने की जानकारी नहीं है। यह एक गंभीर बात है। इस पर चर्चा करेंगे ।