जिला पंचायत नोटिस जारी करने की तैयारी में
बिलासपुर 23 नवंबर। राज्य शासन से तीन दिनों में काम में लौटने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई के अल्टीमेटम के बाद भी शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा की अनिश्चितकालीन हड़ताल में आज शिक्षाकर्मियों की भीड़ पहले दो दिनों की अपेक्षा बढ़ी। महिला शिक्षाकर्मियांे ने राज्य शासन को कोसा और सातवां वेतनमान और संविलयन की मांग की।
सोमवार से नौ सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल में गए शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा को बुधवार को राज्य शासन ने पंचायत शिक्षाकर्मियों को तीन दिन में काम में नही लौटने बर्खास्तगी की कार्रवाई करने की बात कही है। राज्य शासन की इस चेतावनी के बाद भी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे मोर्चा के पदाधिकारी और शिक्षाकर्मी डरे नही है और आज भी हड़ताल जारी रखे है गुरुवार की सुबह धरना स्थल में मोर्चा के पदाधिकारी के साथ ही कई ब्लाक के शिक्षाकर्मियों की भीड़ नेहरू चौक पहुंची जो अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक थी। इन भीड़ में अधिकांश महिला शिक्षाकर्मी थी।
हड़ताल में पहुंचे महिला शिक्षाकर्मियों ने राज्य शासन को संविलयन और सांतवे वेतनमान के लिए जमकर कोसा। हड़ताल में कई महिला शिक्षाकर्मियों ने राज्य शासन के उपर कविता भी सुनाई।
वहीं राज्य शासन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल पंचायत शिक्षाकर्मियों को तीन दिन में काम में लौटने को कहा है। नही लौटने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की करने की बात कही है।
राज्य शासन के इस निर्णय के बाद भी पंचायत शिक्षाकर्मी आज काम में नही लौटे है। हीं जिला पंचायत के शिक्षा विभाग के अधिकारी बी पी लहरे ने बताया पंचायत शिक्षाकर्मियों कोनोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। इसके बाद भी काम में नही लौटने पर आगे की कार्रवाई करेगी।
राज्य शासन के इस निर्देश के बाद भी शिक्षाकर्मी मोर्चा अपनी मांग छोड़ने के लिए तैयार नही है और आज भी मांगों के समर्थन में नेहरू चौक में एकत्र हुए। मोर्चा के पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षाकर्मी डरने वाले नही है और मांग पूरी नही होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
शिक्षाकर्मियों की हड़ताल से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के कई स्कूलो में अध्यापन कार्य प्रभावित हुआ है। कई स्कूल ऐसे है जो शिक्षाकर्मियों के भरोसे ही है। लेकिन सभी के हड़ताल में चले जाने के कारण स्कूलों को शिक्षा विभाग के द्वारा लगाए प्रेरक एवं पंचायत प्रतिनिधि ही अध्यापन कार्य को देख रहे है।
शिक्षाकर्मियों की हड़ताल से स्कूली बच्चे तो स्कूल पहुंच रहे है। लेकिन बिना पढ़ाई के कई घंटे स्कूल में रहने के बाद वापस लौट रहे है।
नौ सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे शिक्षाकर्मी मोर्चा को राजनीतिक दल कांग्रेस के शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर एवं अन्य पदाधिकारी , शैलेन्द्र पांडेय, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी बुधवार को नेहरू चौक पहुंचकर समर्थन दिया था। राजनीतिक दलों के अलावा कर्मचारी संगठन आदि ने भी समर्थन दिया है