बिलासपुर. ‘जहां चाह, वहां राह’ वाली कहावत अपने बिलासपुर के होनहार इंजीनियरिंग के छात्र ने चरितार्थ की है। एक समय था जब अखबार और न्यूज चैनल प्रतिभाओं को मंच दिया करते थे लेकिन अब डिजिटल क्रांति से अपना भविष्य भी संवारा जा सकता है।
नेहरू नगर निवासी एवं एसईसीएल में अधिकारी राजकुमार शर्मा के सुपुत्र रोमेश जयपुर में अभियांत्रिकी के छात्र हैं। उन्हें बचपन से गायन का शौक था। पढ़ते-पढ़ते, समय निकाल कर हिन्दी गानों को इंगलिश में ट्रांसलेट करके रोमी अपनी आवाज देकर रिमिक्स करते हैं। वीडियों एडिटिंग के बाद इसे यू-ट्यूब पर डालते है। आधा दर्जन गानों ने दुनिया में इतनी धूम मचाई की अब उनके पश्चात्य संगीत विदेशों से डिमांड आने लगी है। अभी हाल में ही बादशाह के गाने को पाश्चात्य रंग दिया है। इसके बाद तो कई विदेशी कंपनियां उन्हें अपने लिए बेकग्राउंड संगीत के लिए आफर करने लगी हैं।
मेरा शौक है,करियर नहीं
वेस्टर्न सिंगर रोमेश शर्मा ने हमसे बात करते हुए कहा कि संगीत मेरा शौक है, कॅरियर के लिए तो मैं इंजीनियरिंग कर रहा हूं। भविष्य में शौक और पढ़ाई यदि एक होकर कॅरियर बन जाए तो इससे अच्छा कुछ हो नहीं सकता। उन्होंने कहा कि उन्हे गाने की प्रेरणा अपने पिता श्री से तब मिली जब वे विवाह समारोह एक गाने को आवाज दे रहे थे।