अजमेर/(omgnews.co.in): राजस्थान सरकार द्वारा सामान्य वर्ग की छात्राओं के लिए महत्वाकांक्षी स्कूटी वितरण योजना की शुरुआत कुछ वक्त पहले की गई थी. इस योजना का फायदा उन छात्राओं को मिलता है जिन्हें 10वीं की परीक्षाओं में 85 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त होते हैं लेकिन इस साल शिक्षा बोर्ड की लापरवाही की वजह से कई छात्राएं सरकार की इस योजना का लाभ उठाने से वंछित रह सकती हैं.
गौरतलब है कि, बोर्ड द्वारा की गई यह लापरवाई पिछले साल भी 98 छात्राओं पर भारी पड़ी थी. मार्कशीट समय से न मिल पाने की वजह से ये छात्राएं इस योजना के तहत अपना पंजीकरण नहीं करवा पाईं थी. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की 2018 की बजग योजना के मुताबित इस साल 800 मेधावी बेटियों को स्कूटी दी जाएगी. इसमें शामिल होने के लिए सामान्य वर्ग की बेटियों के बोर्ड परीक्षा में 85% से अधिक अंक होना जरूरी है और परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपए से कम होनी चाहिए.
दरअसल, इस योजना में पंजीकरण की आखिरी तारीख मंगलवार की है लेकिन छात्राओं को अब तक उनकी मार्कशीट नहीं मिल पाई है. आपको बता दें कि इस योजना में पंजीकृत कराने के लिए छात्राओं के पास बोर्ड की मार्कशीट और सामान्य वर्ग का जाती प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है लेकिन कक्षा 10 की छात्राओं को अब तक उनकी मार्कशीट नहीं मिली है जिस वजह से वो इस योजना में अपना पंजीकरण नहीं करवा सकती. इस बारे में जब बोर्ड अध्यक्ष बी एल चौधरी से बात की गई तो उन्होंने कहा, बोर्ड ने चार दिन पहले मार्कशीट जिला शिक्षा अधिकारियों को भिजवा दी हैं.