बिलासपुर.शहर के अपोलो हॉस्पिटल मे पिछले कुछ दिनों से सीओओ की डॉक्टर्स व स्टाफ के साथ पटरी नहीं खा रही है. सीओओ का हाई वोल्टेज अंदाज अपोलो के डाक्टर्स और स्टाफ को भा नही रहा था. नतीजतन सीओओ की कम्प्लेन उच्च प्रबधन से कर दी गई. अब हालत ये है की बिना सीओओ के प्रभार पर हॉस्पिटल चल रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार करीब डेढ़ साल पहले अपोलो हॉस्पिटल मे सीओओ (चीफ आपरेटिंग आफिसर )का काम देख रहे इंदौर के डॉक्टर विशाल गोयल पिछले कुछ दिनों से लम्बी छुट्टी पर चल रहे है. बताया जाता है की उनकी कार्यशैली और गर्म मिजाज से हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और स्टाफ के बीच शुरू से नहीं बनी. डॉक्टर गोयल हर किसी से डांट डपट के साथ व्यवहार करते थे. इस वजह से वह सबकी नजरों में गड़ने लगे. डॉक्टर गोयल के इस बेरुखे व्यवहार की वजह से हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के एक धड़े ने उनकी कम्प्लेन भुनेश्वर मे बैठे सीईओ (चीफ एक्सीक्यूटिव आफिसर ) सुधीर दिगीकर से कर दी इधर ये बात डॉक्टर गोयल को नहीं पची और भारी विवाद के बाद उन्हें हटा दिया गया. हालाँकि अपोलो के कोई भी डॉक्टर या कर्मचारी इस विवाद की बात को बयां नही कर रहे हैं मगर हॉस्पिटल की चार दीवारी के अंदर सीओओ और डॉक्टर्स के बीच हुआ घमासान किसी से छुपा भी नहीं है. इन सब के बीच डॉक्टर गोयल बिना किसी वजह लम्बी छुट्टी पर चले गये हैं उनकी जगह अपोलो के डॉक्टर पंडा को प्रभार के तौर पर चार्ज दिया गया है. हॉस्पिटल के जनसंपर्क अधिकारी देवेश गोपाल ने बताया की सीओओ को हटाने और किसी विवाद की कोई जानकारी नहीं है. डॉक्टर गोयल लांग लिव पर गये हुए है.