बिलासपुर. सीएसईबी के रिटायर्ड कमर्चारी के द्वारा आत्महत्या किये जाने और अबतक आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने से नगर विधायक खासे नाराज हैं उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर ढाढ़स बाधा और इस मामले के आरोपियों को खुली छूट देने पुलिस की कंप्लेन प्रदेश के गृहमंत्री और डीजीपी से की है वही इन दिनों शहर में किसके इशारे पर संगीन मामलों में लिप्त आरोपियों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्हें थाने से छोड़े जाने की वजह को संज्ञान में लिया है।
नगर विधायक शैलेश पाण्डेय सोमवार की रात रिटायर्ड सीएसईबी कमर्चारी भूपेंद्र कुमार शर्मा के द्वारा सुसाइड करने को लेकर निराला नगर स्थित उनके परिजनों से मिलने पहुंचे विधायक ने स्वर्गीय शर्मा के घर वालों से पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जानकारी ली जिसके बाद इस मामले में आए आरोपियों के नाम जयपाल पंजवानी,प्रमोद यादव,नवीन तिवारी,सोनू भोजवानी और शैलेंद्र सिंह की गिरफ्तारी नही होने की मृतक के परिजनों ने विधायक से शिकायत की श्री पाण्डेय ने प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और पुलिस प्रमुख डीएम अवस्थी को फोन कर विस्तार पूर्वक चर्चा की और शहर में हो रही पुलिसिंग की शिकायत कर गहरी नाराजगी जताई विधायक ने एसपी प्रशांत अग्रवाल की वर्किंग पर भी सवाल उठाया और एसपी पर भी गुस्सा कर विधायक ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने कहा है।
मालूम हो कि तारबाहर थानाक्षेत्र के निराला नगर में रहने वाले सीएसईबी के रिटायर्ड कर्मचारी भूपेन्द्र कुमार शर्मा ने गुरुवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, साथ ही दो पन्ने का दो सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें जयपाल पंजवानी और प्रमोद यादव से 6 लाख रुपए लेने और इसकी एवज में जबरदस्ती मुख्तियारनामा अपने नाम करने और 27 लाख की वसूली का आरोप लगाया है. साथ ही नवीन तिवारी और शैलेन्द्र सिंह द्वारा समझौता कराने की बात कहकर 30 लाख रुपए हड़पने का भी उल्लेख किया गया. जयपाल पंचवानी, प्रमोद यादव, नवीन तिवारी, शैलेन्द्र सिंह और सोनू भोजवानी के खिलाफ तारबाहर पुलिस ने धारा 306, 34 के तहत अपराध भी कायम कर लिया है. इसके बाद भी अब तक इनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
पीड़ित परिवार को मिलेंगी हर मदद..विधायक..
विधायक श्री पाण्डेय ने बताया कि स्वर्गीय शर्मा जी के परिवार के साथ मैं खड़ा हूँ उन्हें जो आवश्कता होगी मदद की जाएगी आरोपियों का अब तक गिरफ्तार नही होना लचर पुलिसिंग का नतीजा है जिसके लिए खुद एसपी जिम्मेदार हैं जिसकी शिकायत गृहमंत्री और डीजीपी से की गई है इसके बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ में जल्द नही आए तो मुझे कोई बड़ा एक्शन लेने पर मजबूर होना पड़ेगा।
आखिर किसके इशारे पर थानों से छूट रहे अपराधी..
विधायक को शिकायत मिली है कि आजकल बड़े मामलों में लिप्त शहर के कुछ अपराधियों को पुलिस एफआईआर दर्ज होने के बाद भी थाने से चलता कर दे रही है कुछ दिनों पूर्व ही एक युवती के दुष्कर्म के मामले के आरोपी पर जुर्म दर्ज होने के बाद कुछ देर थाने में रखने के बाद पुलिस ने गुपचुप तरीके से थाने से भगा दिया था इसी तरह के कुछ और मामले भी विधायक के संज्ञान में आया है जिसे लेकर वह सख्त नाराज है और पता लगा रहे है कि आखिर किसके इशारे पर शहर की पुलिस डमी बन बैठी है।