रायपुर. शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा दिलाने के नाम से 44 लाख की ठगी को अंजाम तक पहुंचाने वाले सिम सप्लायर आरोपी को रेंज साइबर सेल ने दुर्ग से गिरफ्तार किया है।
रेंज साइबर थाना इंचार्ज मनोज नायक ने बताया कि
पीड़ित संजय वर्मा निवासी गोल्डन टावर अमलीडीह ने थाना न्यु राजेंद्र नगर में शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम से उनसे 44 लाख की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में 2 जुलाई को फ्रॉड की अलग अलग धाराएं के हिसाब से जुर्म दर्ज किया गया और अग्रिम कारवाई के लिए रेंज साइबर थाना को भेजा गया था।
रेंज साइबर थाना द्वारा ठगी की राशि 13 लाख को विभिन्न बैंक अकाउंट में होल्ड कराया गया और तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए गए। आरोपियों द्वारा मोबाइल नंबर 9109750934 से पीड़ित को वॉट्सएप कॉल कर झांसे में लिया गया था। उक्त नंबर का धारक परमेश्वर निवासी कुथरेल दुर्ग से पूछताछ पर उक्त नंबर को नही जानना बताया गया और कंपनी का एजेंट विक्की देवांगन 14 फरवरी को परमेश्वर के अन्य मोबाइल नंबर को पोर्ट करते समय फिंगर का दो बार स्कैन करवा कर एकस्ट्रा सिम एक्टिव कर लिया था। बाद में उस सिम को अधिक राशि लेकर बेच दिया गया था। रेंज साइबर सेल की टीम ने आरोपी से 2 नग मोबाइल 13 लाख बैंक खाता में होल्ड कराया की जप्ती की है।
जरा ध्यान दीजिए और कॉल करें.
साइबर एक्सपर्ट और रेंज साइबर थाना इंचार्ज मनोज नायक ने ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए कुछ टिप्स दिए हैं। टीआई नायक की माने तो शेयर बाजार में अधिक फायदा दिलाने का लालच देकर अपराधी ठगी कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधानी रखें.
किसी भी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप या टेलीग्राम ग्रुप पर कोई एड कर दे तो तुरंत ग्रुप छोड़ दें, क्योंकि ग्रुप में जुड़े लोगों के मैसेज, स्क्रीन शॉट आपको भ्रमित करेंगे और आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं.
कोई भी कम्पनी तुरंत या कम समय में आपको अत्यधिक मुनाफा नहीं दे सकती है। इस कारण ऐसे ऑफर को पहले अच्छे से परख लें।
किसी भी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप/टेलीग्राम ग्रुप पर दिखाई दे रहे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज या मुंबई स्टॉक एक्सचेंज से जुड़े ग्राफ चार्ट पर विश्वास ना करें, यह झांसे में लेने के लिए फर्जी तरीके से बनाया जा रहा है.
सेबी में रजिस्ट्रेशन नंबर चेक करना भर पर्याप्त नही है। आप जिस बैंक खाता या UPI आई डी में पेमेंट करने वालें हों उसे भी पूरी तरह वेरिफाई कर लें.
किसी तरह के साइबर फ्रॉड होने पर आप तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें.