• ठेले खोमचे वालों ने कमर कसी..नगर निगम से होगी अब रोजी रोटी की लड़ाई
बिलासपुर. नगर निगम कमिश्नर के फरमान को ठेंगा दिखाते हुए नगर विधायक और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के आश्वासन पर शहर में शुक्रवार से ठेले लगने शुरू हो गए। शिवसेना के साथ संगठित होकर ठेले वालों ने कहा है कि अब जो होगा देखा जाएगा। घर परिवार तो चलाना ही है, इधर मुंगेली नाका, कुदूदण्ड और व्यापार विहार के व्यापारियों की ओर से नगर निगम के फरमान का विरोध शुरू हो गया है कि इस इलाके में वेंडिंग जोन नहीं बनने देंगे।
शहर के दो से ढाई हजार ठेले खोमचे वालों की निगम आयुक्त अमित कुमार से बस एक ही गुहार है कि बड़े साहब नगर का विकास मतलब विनाश नहीं होता। गुरुवार को नगर विधायक अमर अग्रवाल से मुलाकात के बाद ठेले वालों की हिम्मत थोड़ी बढ़ी हुई है और शुक्रवार की सुबह से शहर में पहले की तरह ठेले खोमचे लगना शुरू हो गए हैं। मन में निगम प्रशासन की कारवाई का डर जरूर है लेकिन रोजी रोटी चलाने उन्होंने कमर कस ली है। पेट पालने के लिए अब तो ठेला लगा कर ही रहेंगे जो होगा देखा जाएगा। विधायक से मिलने के बाद से ही ठेले खोमचे वालों में उत्साह है। गुरुवार की रात से ही सभी ने ठेले लगाने का मन बना लिया और आज लगाया भी। पांच दिनों तक नेता अफसरों के चक्कर काटने और व्यापार बंद रखने से पहले ही काफी नुकसान हो गया था। शहर के कई इलाके ठेले वाले निकले और शनिचरी में तो जैसे इनकी फिर से कतारें लग गई।
इधर शिफ्ट करने की तैयारी.
बताया जा रहा है कि शहर के ठेले खोमचे वालों को मुंगेली नाका और व्यापार विहार में शिफ्ट करने की तैयारी शुरु हो गई है। दोनों ही स्थानों पर चूना डालकर नाप जोख कराई जा रही है। इधर इलाके के व्यापारियों और रहवासियों को जैसे ही पता लगा कि मैदान और खाली जमीन पर वेंडिंग जोन बनाया जा रहा है उसका विरोध शुरू हो गया। नगर विधायक अमर अग्रवाल के पास जाकर उन्होंने साफ कह दिया है कि मुंगेली नाका और व्यापार विहार को वेंडिंग जोन बनने नहीं देंगे।
मीटिंग हाल बंद करके फरमान थोप दिया.
इस मुहिम से अब ठेले खोमचे वाले अब ' OMG NEWS NETWORK ' से संपर्क कर अपना दर्द बयान करने लगे हैं। उन्होंने बताया कि निगम आयुक्त अमित कुमार ने मीटिंग हाल में मिलने के दौरान सारे दरवाजे बंद करवा दिए थे। हमें तो बोलने का मौका ही नहीं दिया गया। बस आयुक्त ने अपना फरमान हम पर थोप दिया। इसी बीच कुछ बुजुर्ग ने पूछ लिया कि हमारी बहुत उम्र हो गई है, इतनी दूर ठेला नहीं ले जा सकते तो इन सब से मुझे कोई मतलब नहीं है।
मीटिंग में हूं बाद में बात करते हैं -निगम आयुक्त.
शुक्रवार को नगर निगम अमले द्वारा की गई कारवाई और शहर को ठेला खोमचा क्लीन करने के बारे में निगम कमिश्नर अमित कुमार को फोन किया तो उन्होंने कहा कि अभी मीटिंग में हूं बाद में बात करते है।
गरीबों के दर्द से उबली शिवसेना.
इधर ठेले खोमचे वालों की आर्थिक स्थिति को भांप कर शिवसेना ने कलेक्टर संजय अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा है। शिवसेना की शहर टीम ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि ठेले वालों से न्यूनतम किराया लेकर जीवन यापन करने देने का आग्रह किया है। निगम प्रशासन ठेले वालों के सामनों की जप्ती न करे और न ही उन पर अत्याचार किया जाए। इसके बाद भी निगम प्रशासन बाज नहीं आया तो साथ दिनों के बाद शिवसेना उग्र आंदोलन करेगी।



