बिलासपुर. शहर के लिए सरकार का एक आदेश दीपावली की खुशियां लेकर आया है। मिल रही जानकारी के अनुसार रिटायर्ड ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेन्द्र तिवारी को वर्ष 2022-23 के लिए बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान पुरस्कार देने का निर्णय छत्तीसगढ़ शासन ने लिया है। इस आशय की घोषणा विधि विभाग द्वारा 25 अक्टूबर को पत्र जारी कर किया गया है।
इसलिए मिलता है यह सम्मान. जानिए.
यह सम्मान/पुरस्कार विधि के क्षेत्र उत्कृष्ट कार्य/सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। सम्मान- पत्र के साथ नगद राशि एक लाख रुपए दी जाती है। उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षों से श्री तिवारी निःशुल्क कानूनी सलाह के साथ सिविल जज परीक्षा हेतु निःशुल्क मार्गदर्शन भी देते आ रहे हैं। वे शहर के न्यायिक अकादमी में कानूनी विषयों पर 50 से भी अधिक निःशुल्क व्याख्यान न्यायाधीशों के बीच दे चुके हैं।उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक सुप्रीम कोर्ट ऑन नारकोटिक ड्रग्स को न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और अभियोजकों द्वारा काफी सराहा गया है। आगामी 6 नवंबर को नवा रायपुर में आयोजित समारोह में यह सम्मान/पुरस्कार श्री तिवारी को प्रदान किया जायेगा।
बेटा,बेटी और दामाद पुलिस विभाग में अफसर.
शहर के अज्ञेय नगर निवासी रिटायर्ड जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेन्द्र तिवारी अपने वादे के पक्के हैं उन्होंने शुरू से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार देने पर जोर दिया। जिसके फल स्वरूप पुत्र राहुल तिवारी टीआई जो कि बिलासपुर के तोरवा थाना इंचार्ज हैं वहीं पुत्री स्वाती मिश्रा भी टीआई लोक आयोग रायपुर तो स्मिता शुक्ला लॉ डिपार्मेंट मंत्रालय में पदस्थ है। श्री तिवारी के दामाद डॉक्टर प्रशांत शुक्ला एएसपी पखांजूर और संजीव मिश्रा टीआई भी रायपुर में पोस्टेड हैं।