हे राम: ये क्या बोल दिया आईएएस अफसर ने, मचा सियासी बवाल कांग्रेस नेता पांडेय ने लगाया शहर की जनता के अपमान का आरोप कहा कमिश्नर साहब बिलासपुर के लोग स्मार्ट नहीं तो क्या है बता दीजिए या माफी मांगे.

बिलासपुर. पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता शैलेश पांडेय ने शहर को स्मार्ट सिटी को बनाने नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार के द्वारा एक न्यूज पेपर में दिए गए इंटरव्यू को आड़े हाथों लिया है। उक्त अखबार की कटिंग को आधार बना श्री पांडेय ने कमिश्नर कुमार के मत्थे बिलासपुरियांस के अपमान का आरोप मढ़ा है। इधर आईएएस कुमार द्वारा शहरवासियों को भी स्मार्ट होना पड़ेगा बोले जाने से नाराज पूर्व विधायक का काउंटर स्टेटमेंट मीडिया में आने के बाद आईएएस अफसर ने अब आगे कुछ न ही बोलने में अपनी बलाई समझ चुप्पी साध ली है।

श्री पांडेय की दो टूक.

कमिश्नर साहब, ये बिलासपुर है यहाँ के नागरिकों के संघर्षों के बाद ही सब मिला है,ये नमन करने योग्य है इनका अपमान न कीजिए.

सरकारी अधिकारी बिलासपुर की जनता का कर रहे अपमान,आयुक्त को जनता से माफी मांगनी चाहिए.

बुधवार की सुबह नगर के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता शैलेश पांडेय ने प्रेस नोट जारी कर मीडिया से कहा एक दैनिक समाचार पत्र में बिलासपुर शहर के निगम आयुक्त अमित कुमार ने एक बयान सामने आया है जिसमे उन्होंने कहा है कि बिलासपुर के नागरिक स्मार्ट नहीं है। इस बात से आयुक्त क्या कहना चाह रहे है,क्या ये गाली है बिलासपुर के नागरिकों के लिए या कुछ और,आख़िर सरकारी अधिकारी बिलासपुर की जनता का अपमान क्यों कर रहे है। इतनी बड़ी बात आज तक किसी अधिकारी ने बिलासपुर की जनता के लिए नहीं की, जो आज बीजेपी शासन में बिलासपुर की जनता के लिए कही गई है। इसका कारण ये है कि बिलासपुर के भोलेभाले और सीधे लोग सभी अधिकारियों को अत्यंत सम्मान देते है और अधिक आदर भाव पाने के बाद अधिकारी नागरिकों को कुछ नहीं समझते है।

अधिकारियों का तानाशाही व्यवहार नागरिकों के लिए ख़तरनाक है,आज हम देख रहे है किस प्रकार से बिलासपुर में ग़रीबों के ऊपर बुलडोज़र चलाया जा रहा है लोग दया करने को कह रहे है लेकिन अधिकारी किसी की सुन ही नहीं रहे है ये व्यवहार बिलासपुर के लिए घातक है।

बड़े इज्जत सम्मान से कसा तंज.

शिक्षाविद से राजनीति में आए कांग्रेस नेता शैलेश पांडेय ने बड़े आदर सम्मान से आईएएस कुमार को बट्टा लगा कर धोया है। उन्होंने कहा कि आयुक्त महोदय को शायद बिलासपुर की पृष्ठ भूमि पता नहीं है कि किस प्रकार से बिलासपुर में रेलवे का ज़ोन कार्यालय,हाई कोर्ट,सेंट्रल यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थान आए है। जिसके कारण बिलासपुर का गौरव बढ़ा है एसे में इतने बड़े अधिकारी का बिलासपुर का अपमान करना आख़िर हिम्मत कैसे हुई।

कमिश्नर कुमार ने साधी चुप्पी.

इधर कांग्रेस नेता शैलेश पांडेय के तेवर देख नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने चुप्पी साध लेने में ही अपनी भलाई समझा है। एक न्यूज पेपर में शहरवासियों को भी स्मार्ट होना पड़ेगा, बोले जाने पर उठे सियासी बवाल के बाद आईएएस अफसर कुमार का नजरिया जानने ‘OMG NEWS’ ने उनसे मोबाइल पर कांटेक्ट किया। पहली बार तो श्री कुमार ने फोन उठाया और कट कर दिया। इसके बाद उन्हें कई बार फोन और मैसेज किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, लगता है माहौल को भाप कर उन्होंने इस मसले पर आगे कुछ न ही बोलने में अपनी भलाई समझ चुप्पी साध ली है।

पूर्व मंत्री का कार्यकाल और सीवरेज के दर्द की दिलाई याद.

श्री पांडेय ने आरोप लगाया कि बिलासपुर की जनता के साथ अन्याय किया गया और सब सहन कर लिया गया,कैसे सीवरेज योजना में वर्षों तक बिलासपुर को गड्ढे में रहना पड़ा,शायद आयुक्त भूल गए,कैसे अरपा को लेकर पूर्व मंत्री झाँसा देते रहे और आज दोनों बैराज और सड़क बन रही है। जो कांग्रेस की देन है कैसे नौ साल में ओवर ब्रिज बनाए,ये सब कैसे भुलाया नहीं जा सकता है। कांग्रेस ने तीन साल में तिफ़रा का बड़ा ब्रिज बना दिया जो शहर की जनता के काम आ रहा है। मिट्टी तेल गली,व्यापार विहार रोड,नेहरू चौक से सकरी की सड़क भी कांग्रेस की ही देन है। वरना बीजेपी ने तो बिलासपुर को खोदापुर और चाकूपुर ही बनाया है। आयुक्त महोदय को बिलासपुर की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

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