जगदलपुर पेशाब कांड: 19 दिन बाद भी मुख्य आरोपी फरार, खाली हाथ पुलिस, जांच पर उठ रहे सवाल

जगदलपुर। बस्तर के जगदलपुर शहर में ट्रक ड्राइवर के साथ हुई शर्मनाक पेशाब कांड की घटना की शिकायत को 19 दिन बीत चुके हैं, लेकिन मुख्य आरोपी नितिन साहू और आयुष राजपूत अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इससे न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं, बल्कि शहरवासियों में गुस्सा और असंतोष भी बढ़ रहा है।


क्या है पूरा मामला?


2 अगस्त को बोधघाट थाना क्षेत्र में दो रसूखदार व्यापारियों नितिन साहू और आयुष राजपूत पर ट्रक ड्राइवर खुर्शीद अहमद से मारपीट करने, नंगा कर बेल्ट से पीटने और उस पर पेशाब करने का गंभीर आरोप लगा था। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले को दर्ज किया। दो दिन के भीतर पुलिस ने घटना में शामिल दो आरोपियों नीलम नाग और संजू उर्फ पिंटू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार भी किया। लेकिन मुख्य आरोपी नितिन और आयुष तब से फरार हैं।


पुलिस की कार्रवाई और इनाम का ऐलान


  • 12 अगस्त को पुलिस ने दोनों फरार आरोपियों पर ₹2000-₹2000 का इनाम घोषित किया।
  • पुलिस का दावा है कि आरोपियों की तलाश में उड़ीसा, रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, आरंग, बलौदा बाजार और धमतरी में लगातार दबिश दी गई।
  • मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग भी की जा रही है।

बोधघाट थाना प्रभारी लीलाधर राठौर ने बताया कि लगातार छापेमारी हो रही है, लेकिन आरोपियों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।


शहरवासी उठा रहे हैं सवाल


जगदलपुर के लोग अब सवाल उठा रहे हैं कि जब हाल के महीनों में बस्तर पुलिस ने बड़े मामलों को हफ्ते-दस दिन के भीतर सुलझा लिया, तो इतने गंभीर और शर्मनाक मामले में ढिलाई क्यों बरती जा रही है? क्या इसका कारण आरोपियों का रसूखदार होना है?


तेजी से सुलझे अन्य मामले


तुलना करने पर साफ दिखता है कि अन्य मामलों में पुलिस ने फुर्ती दिखाई:

  • 3 अगस्त: कोतवाली क्षेत्र में साधु के भेष में ठगी करने वाला आरोपी आंध्रप्रदेश से सिर्फ 4 दिन में गिरफ्तार।
  • मई 2023: ज्वैलरी शॉप चोरी का आरोपी 7 दिन में उत्तरप्रदेश से पकड़ा गया।
  • 1 जून: अनुकूल देव वार्ड महिला हत्याकांड – 4 आरोपी 6 दिन में गिरफ्तार।
  • 27 जुलाई: शांतिनगर में 8 लाख की चोरी के आरोपी 12 दिन में पकड़ लिए गए।


NSUI जिला अध्यक्ष ने कहा- “रसूखदार” आरोपियों को बचाने की कोशिश


अब सवाल यही उठ रहा है कि जब अन्य मामलों में पुलिस ने हफ्ते-दस दिन में परिणाम दिए, तो पेशाब कांड के मुख्य आरोपी इतने दिन बाद भी क्यों फरार हैं? बस्तर के एनएसयूआई जिला अध्यक्ष विशाल खंभारी ने इस मामले में कहना है कि पुलिस “रसूखदार” आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। इस मामले में लगातार देरी से न केवल पीड़ित को न्याय मिलने पर संदेह बढ़ रहा है, बल्कि बस्तर पुलिस की छवि पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।






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