जानें किस राज्य के लोग सबसे ज्यादा पीते हैं शराब और देश में छत्तीसगढ़ का स्थान कहां?

भारत में शराब पीने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। शराब (Liquor) पीने में सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (NFHS) के मुताबिक भारत का हर पाचवां पुरुष शराबी है यानी शराब पीता है। वहीं पिछले साल की अपेक्षा इस साल दिल्ली में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या में दोगुना वृद्धि दर्ज की गई है। ये जानकारियां राज्यसभा में डॉ. वी. शिवदासन की तरफ से उठाए गए सवाल के जवाब में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने दी है। NFHS की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर पांचवां पुरुष यानी देश के 22.4% पुरुष शराब के शौकीन हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि भारत में शराब पीने वाले पुरुषों के प्रतिशत में कमी आई है। 2015-16 में यह आंकड़ा 29.2 प्रतिशत था जो कि अब कम हुआ है। 

देश के टॉप-10 राज्यों में छत्तीसगढ़

शराब पीने वाले पुरुषों में 59.1 प्रतिशत के साथ गोवा सबसे आगे है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश (56.6 प्रतिशत), तेलंगाना (50 प्रतिशत), झारखंड (40.4 प्रतिशत), ओडिशा (38.4 प्रतिशत), सिक्किम (36.3 प्रतिशत), छत्तीसगढ़ (35.9 प्रतिशत), तमिलनाडु (32.8 प्रतिशत), उत्तराखंड (32.1 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश (31.2 प्रतिशत), पंजाब (27.5 प्रतिशत), असम (26.5 प्रतिशत), केरल (26 प्रतिशत) और पश्चिम बंगाल (25.7 प्रतिशत) का स्थान है। शराब को लेकर 2015-16(NFHS-4) और 2019-21 (NFHS-5) के आंकड़ों का हवाला देते हुए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, ‘2015-16 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में 15-49 साल की महिलाओं और पुरुषों का शराब का सेवन करने का प्रतिशत क्रमशः 1.2 प्रतिशत और 29.2 प्रतिशत था। 2019-21 में यह प्रतिशत महिलाओं के लिए 0.7 प्रतिशत और पुरुषों के लिए 22.4 प्रतिशत घट गया। 15-49 आयु वर्ग के पुरुषों की संख्य़ा घटी

राष्ट्रीय स्तर पर, आंकड़े एक गंभीर कहानी बताते हैं. 2015-16 और 2019-21 के बीच, शराब का सेवन करने वाले 15-49 आयु वर्ग के पुरुषों का प्रतिशत 29.2 प्रतिशत से घटकर 22.4 प्रतिशत हो गया है। भारत में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या 1.2 प्रतिशत से घटकर 0.7 प्रतिशत हो गई।

  शराबबंदी वाले बिहार का आंकड़ा दिलचस्प

बिहार में 2016 में शराबबंदी लागू की गई थी। हालांकि आंकड़ें बताते हैं कि वहां भी शराब की खपत को खत्म नहीं किया जा सका है। 2015-16 में बिहार में शराब पीने वाले पुरुष 28.9 प्रतिशत थे और अब भी 17 प्रतिशत पुरुष शराब पीते हैं। 

 देश की आधी आबादी ने चौंकाया

भारत के कई राज्यों में शराब पीने वाली महिलाओं और पुरुषों का आंकड़ा बढ़ रहा है। दिल्ली की बात करें तो, यहां शराब पीने वाली महिलाओं का प्रतिशत दोगुना से भी ज्यादा हो गया है। 2015-16 में दिल्ली में 0.6 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती थीं जो 2019-21 में बढ़कर 1.4 प्रतिशत हो गया है। दिल्ली में पुरुष भी ज्यादा शराब पी रहे हैं, उनकी संख्या 24.7 प्रतिशत से बढ़कर 27.9 प्रतिशत हो गई है। 

इस राज्य में महिलाओं के शराब पीने का प्रतिशत सबसे ज्यादा

अरुणाचल प्रदेश ऊबड़-खाबड़ पहाड़ों और कल-कल करती नदियों की भूमि है और यहां महिलाओं का शराब के साथ रिश्ता बाकी भारत से बिल्कुल अलग है। अरुणाचल प्रदेश में 2015-16 में जहां 26.3 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती थीं, 2019-21 में यह आंकड़ा घटकर 17.8 प्रतिशत हो गया। इसके उलट, लक्षद्वीप में 0.1 प्रतिशत महिलाएं और मात्र 0.8 प्रतिशत पुरुष शराब ही शराब पीते हैं। फिर आता है गोवा का नंबर। गोवा में, पुरुषों की शराब की खपत 44.7 प्रतिशत से बढ़कर 59.1 प्रतिशत हो गई है। यहां

नशा के खिलाफ सरकार की कोशिशें

हालांकिनशा मुक्त भारत अभियान, मादक द्रव्यों से मुक्त भारत का एक आह्वान है जो हेल्पलाइन और पुनर्वास केंद्र से लैस होकर आगे बढ़ रहा है। इस अभियान की महत्वाकांक्षा जितनी महान है उतनी ही बड़ी भी है। हालांकि शराब छोड़ने का रास्ता सांस्कृतिक विरोधाभासों से भरा हुआ है। एक देश जो तपस्वियों का सम्मान करता है, वह अपने त्योहारों में खूब शराब भी पीता है। यह एक ऐसा देश है जहां कुछ राज्यों में शराबबंदी कानून का बोलबाला है, वहीं दूसरे राज्यों में शराब का गिलास बेपरवाही से उठाया जाता है। तक कि शराब पीने वाली महिलाओं का आंकड़ा 4.2 प्रतिशत से बढ़कर 4.8 प्रतिशत हो गया है।  

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