अजमेर। राजस्थान के अजमेर में शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2025) से पहले चामुंडा माता मंदिर परिसर में मंगलवार रात एक तेंदुए के दिखने से हड़कंप मच गया. मंदिर की पार्किंग में तेंदुआ करीब आधा घंटा घूमता रहा, जिससे वहां मौजूद 40-50 श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने इलाके में डर का माहौल और बढ़ा दिया है.
चश्मदीदों ने बताया- रात में सुनाई दी दहाड़
चश्मदीद सूरज रावत ने बताया कि रात करीब 8:15 बजे वह अपने दोस्तों के साथ पार्किंग के बाहर बैठा था, तभी तेंदुए की दहाड़ सुनाई दी. डर के मारे सभी सकते में आ गए. सूरज ने देखा कि तेंदुआ पार्किंग की दीवार पर चल रहा था. उन्होंने तुरंत अपने मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड किया. टॉर्च की रोशनी पड़ने पर तेंदुआ पार्किंग में बैठ गया और बाद में पहाड़ी की ओर चला गया. मंदिर प्रशासन और आसपास की कॉलोनियों को तुरंत अलर्ट कर दिया गया.
पहले भी हो चुके हैं हमले
वन विभाग के अनुसार, अजमेर के रियासी इलाके में तेंदुओं की दस्तक कोई नई बात नहीं है. एक दिन पहले ही पास के बोरोजा गांव में तेंदुए ने ग्रामीण गामा सिंह रावत के बछड़े का शिकार किया और दो बकरियां भी उठा ले गया. गामा सिंह ने बताया कि लगातार हमलों से ग्रामीण डरे हुए हैं. पिछले साल भी अजमेर के आसपास के इलाकों में तेंदुओं के हमलों की खबरें सामने आई थीं. 2024 में अजमेर के नसीराबाद क्षेत्र में एक तेंदुए ने तीन ग्रामीणों पर हमला किया था, जिसके बाद वन विभाग ने पिंजरा लगाकर उसे पकड़ा था.
विशेषज्ञों का कहना है कि गंगा भैरव घाटी में शुरू हुए ‘तेंदुआ सफारी प्रोजेक्ट’ के बाद से तेंदुओं की संख्या बढ़ी है. भोजन और पानी की कमी के कारण ये जंगली जानवर आबादी वाले इलाकों में आ रहे हैं. इस घटना ने प्रशासन के सामने सुरक्षा चुनौती खड़ी कर दी है. वन विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए इलाके में एक टीम तैनात की है और लोगों से रात में बाहर न निकलने की अपील की है.
नवरात्रि के दौरान चामुंडा माता मंदिर में भारी भीड़ उमड़ती है. ऐसे में तेंदुए की मौजूदगी ने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में खौफ पैदा कर दिया है. मंदिर प्रशासन और वन विभाग से अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम करने की मांग की जा रही है ताकि किसी बड़े हादसे से बचा जा सके.



