बिलासपुर. जमीन की खरीद-फरोख्त में फर्जी दस्तावेज तैयार कर ठगी मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सुरेश कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोपका स्थित 3000 वर्गफुट जमीन की बिक्री के लिए कूटरचित दस्तावेज तैयार किए थे और खसरा नंबर बदलकर फर्जी सौदा किया था. इस मामले में पहले ही 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुख्य आरोपी के खिलाफ 420, 467, 468 समेत अन्य संबंधित धाराओं के तरत अपराध दर्ज किया गया है.
जानकारी के अनुसार, अरुण कुमार दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वर्ष 1999 में उसने ग्राम मोपका स्थित भूमि खसरा नंबर 404 की 3000 वर्गफुट जमीन खरीदी थी. विधिवत रजिस्ट्री और नामांतरण के बाद जमीन पर कब्जा भी मिला था, लेकिन जब इस जमीन को आगे बेचने की प्रक्रिया चली तो आरोपी सुरेश मिश्रा ने अपने साथियों के साथ मिलकर विक्रय विलेख की दूसरी प्रति में छेड़छाड़ की और तहसील कार्यालय में आपत्ति दर्ज करवा दी. इसके चलते राजस्व विभाग ने आवेदक का नाम भूमि रिकॉर्ड से विलोपित कर दिया और उसे उसके अधिकार से वंचित होना पड़ा.
इस मामले में पूर्व में महेन्द्र सिंह ठाकुर, राजेश कुमार मिश्रा, मनोज कुमार दुबे और बन माली मंडल गिरफ्तार हो चुके हैं. लंबे समय से फरार चल रहे सुरेश कुमार मिश्रा को अब गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.



