प्रेमी को उसकी प्रेमिका ने पिता के साथ मिलकर दर्दनाक मौत की सजा दे दी

राजनांदगांव . जिस्म की चाह में प्यार के दर्दनाक अंत का एक मामला सामने आया है. बार-बार संबंध की चाह रखने वाले प्रेमी को उसकी प्रेमिका ने पिता के साथ मिलकर दर्दनाक मौत की सजा दे दी. प्रेमिका ने अपने प्रेमी को संबंध बनाने का झांसा देकर अपने घर बुलाया और पिता के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. प्रेमी के कपड़े घर से कुछ किलोमीटर दूर जला दिए और उसकी लाश को जंगल के नाले में फेंक दिया और उस पर टूटी हुई डालियां ढक दी, जिससे हत्या का राज न खुले. लेकिन कहते हैं कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और गुनहगार कितना भी होशियार क्यों न हो, कोई न कोई सबूत जरूर छोड़ता है… हुआ भी कुछ ऐसा ही, हत्या के इस मामले पिता-पुत्री की चालाकी नहीं चली और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ पुलिस ने सुलझा लिया है. 

बता दें, मृतक सुनील कुमार 22 जनवरी को राजनांदगांव न्यायालय में पेशी के लिए निकला था. लेकिन दूसरे दिन तक भी वापिस नहीं लौटने और लगातार फोन बंद आने पर परिजनों ने चार-पांच दिन तक रिश्तेदारों और सगे-संबंधियों में उसकी खोजबीन की, लेकिन फिर भी उसका कोई पता नहीं चला. 27 जनवरी को उसके बड़े भाई पवन कुमार उइके ने खड़गांव थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने लापता सुनील की खोजबिन शुरू की. इस दौरान होने के बाद उसकी मोबाइल लोकेशन और सीडीआर जांच में पता चला कि खड़गांव थाना क्षेत्र के ग्राम घोड़ागांव निवासी सीमा उइके ने 22 और 23 जनवरी की रात को सुनील के मोबाइल पर फोन किया था, जिसके बाद से उसका फोन बंद हो गया. 

वहीं पुलिस को सुनील का बैग भी घोड़ागांव के एक खेत के पास मिला. इन साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले को सुलझाया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पिता-पुत्री ने मिलकर घटना को ऐसे दिया अंजाम

पुलिस की पूछताछ में सीमा साय और पिता नवल साय दोनों जुर्म कुबूल किया और बताया कि सुनील बार-बार घर आकर दबाव बनाते हुए सीमा से शारिरिक संबंध बनाने का प्रयास करता था. इससे तंग आकर उन्होंने सुनील की हत्या का प्लान बनाया. जिस दिन सुनील राजनांदगांव न्यायालय में पेशी के लिए निकला था उसी रात सीमा ने फोन कर उसे घर बुलाया और लकड़ी से सिर पर वारकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपियों ने सुनील के शव को कुमुरकट्टा रोड के बांसकुप जंगल के नाले में फेंक दिया और उस पर पेड़ की डालियों से ढक दिया. इसके अलावा, सुनील के कपड़े को भी आधे किलोमीटर दूर जला दिया गया.

पिता-पुत्री ने वारदात को अंजाम देने के बाद सबूत छिपाने के कई प्रयास किए, लेकिन पुलिस ने हर कड़ी को जोड़ते हुए हत्या की गुत्थी को सुलझा ली और दोनों को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश कर उन्हें जेल भेज दिया है.

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