रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी डी.एड. भर्ती के पीड़ित अभ्यर्थी पालकों के साथ अपनी माँग लेकर अब राजधानी के तूता धरना स्थल में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ चुके हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के महीनों बीत जाने के बाद भी नियुक्ति को अनदेखा कर कोर्ट के फैसले का अपमान कर रही है। 13 महीनों से अभ्यर्थी सरकार से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। आज गांधी जयंती के अवसर पर अभ्यर्थियों ने महात्मा गांधी का स्वरूप धारण कर एक बार फिर अपनी माँग सरकार के समक्ष रखी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि पदयात्रा प्रदर्शन के ज़रिए पहले भी सरकार से नियुक्ति की माँग की जा चुकी है। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलने पर अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सभी बैठने को मजबूर हैं।
दरअसल, पिछली सरकार ने 4 मई 2023 को 12,489 पदों पर शिक्षक भर्ती निकाली थी, जिसमें से 6,285 सहायक शिक्षक के पदों पर डी.एड. में नियुक्ति देनी थी, लेकिन इन पदों पर बी.एड. अभ्यर्थियों की भी नियुक्ति कर दी गई। हाई कोर्ट में इसे चुनौती दी गई। 2 अप्रैल 2024 को हाई कोर्ट ने अपने फाइनल जजमेंट में बी.एड. के अवैध चयनित अभ्यर्थियों को हटा कर 6 सप्ताह के अंदर डी.एड. के अभ्यर्थियों को नियुक्त करने का आदेश दिया था। लेकिन डी.एड. के अभ्यर्थियों का आरोप है कि नियुक्ति के बजाय सरकार बी.एड. के साथ स्वयं उनके पक्ष में एसएलपी दायर कर रही है।
गांधी जयंती के अवसर पर अभ्यर्थियों ने धारण किया गांधी का स्वरूप
आज गांधी जयंती के अवसर पर अभ्यर्थियों ने महात्मा गांधी का स्वरूप धारण कर एक बार फिर अपनी माँग सरकार के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि चूंकि हमारी नीयत साफ़ है, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी हमारी नियुक्ति पर मुहर लगाई है, इसलिए सत्य और अहिंसा के साथ हम सरकार से आग्रह करने यहाँ आंदोलन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि कोर्ट ने हमें न्याय दे दिया है, लेकिन सरकार को न जाने बी.एड. वालों से क्या फायदा हो चुका है या भविष्य में होने वाला है, जो बी.एड. के साथ स्वयं उनके पक्ष में एसएलपी दायर कर रही है।
अभ्यर्थियों की अब भूख हड़ताल करने की तैयारी
डी.एड. भर्ती के पीड़ित अभ्यर्थियों ने भूख हड़ताल करने की तैयारी कर ली है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि खुद को युवा हितैषी कहने वाली सरकार हमें दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर चुकी है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि क्या इसी दिन के लिए सरकार को चुना गया है। अपनी माँगों और सवालों के साथ सभी अभ्यर्थी जल्द ही भूख हड़ताल और उग्र आंदोलन की तैयारी में जुट चुके हैं।