Apple New COO Sabih Khan: यूपी का छोरा एप्पल का नया सीओओ (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर) बन गया है। जी हां… भारतीय मूल के सबीह खान को एप्पल ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए अपना COO बनाया है। सबीह खान जेफ विलियम्स की जगह लेंगे, जो इस साल रिटायर हो रहे हैं। सबीह खान पिछले 30 सालों से एप्पल में काम कर रहे हैं। अभी वह ऑपरेशंस में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग और सस्टेनेबिलिटी प्रोग्राम्स को भी बेहतर बनाया है। सबीह का खास कनेक्शन उत्तर प्रदेश के मरादाबाद से है। एप्पल के CEO टिम कुक ने सबीह खान की तारीफ की है। टिम कुक ने उन्हें सप्लाई चेन का मास्टरमाइंड बताया है। उन्होंने कहा, “सबीह एक शानदार रणनीतिकार हैं। उन्होंने एप्पल के उत्पादों को दुनिया भर में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसका मतलब है कि सबीह खान योजना बनाने में बहुत अच्छे हैं। उन्होंने एप्पल के उत्पादों को दुनिया के हर कोने में पहुंचाने में मदद की है।
टिम कुक ने आगे कहा, “उन्होंने नई मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों को बढ़ावा दिया, अमेरिका में उत्पादन बढ़ाया और पर्यावरण संरक्षण के लिए एप्पल के कार्बन फुटप्रिंट को 60% तक कम किया। इसका मतलब है कि सबीह खान ने उत्पादों को बनाने के नए तरीकों को बढ़ावा दिया। उन्होंने अमेरिका में उत्पादों का उत्पादन बढ़ाया। उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए एप्पल के कार्बन फुटप्रिंट को भी कम किया। कार्बन फुटप्रिंट का मतलब है, किसी कंपनी द्वारा पर्यावरण में छोड़ी जाने वाली कार्बन गैस की मात्रा।
कौन है सबीह खान?
सबीह खान का जन्म सन् 1966 में यूपी के मुरादाबाद में हुआ था। जन्म के कुछ वक्त बाद उनका परिवार सिंगापुर शिफ्ट हो गया और फिर वह अमेरिका चले गए। टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से उन्होंने अर्थशास्त्र और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डबल ग्रेजुएशन करने के बाद न्यूयॉर्क के रेंससेलर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री ली।
एपल के साथ सबीह खान का सफर
1995 में जीई प्लास्टिक्स में एप्लीकेशन डेवलपमेंट इंजीनियर और प्रमुख अकाउंट टेक्नीकल लीडर के रूप में काम करने के बाद एपल में शामिल हुए और धीरे-धीरे वह प्रोडक्ट क्वालिटी और सप्लाई चैन की जिम्मेदारी संभालने लगे। 2019 में उन्हें ऑपरेशंस में वाइस प्रेसिडेंट का पद मिला। पिछले कई सालों से उन्होंने एपल के सबसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स को बाजार में लाने और कंपनी की वैश्विक परिचालन रणनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।



