रायपुर। 9 जुलाई 2025, मंगलवार की सुबह सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आई है. BJA के मुताबिक, आज 24 कैरेट गोल्ड में 837 रुपए की गिरावट के साथ 96 हजार 135 प्रति 10 ग्राम पर आ गया. इसी तरह, चांदी 137 रुपए की गिरावट के साथ 1 लाख 7 हजार 363 रुपए प्रति किलोग्राम पर बिजनेस कर रही है.
जानिए गिरावट क्यों आई?
18 जून को बने सर्वकालिक उच्चतम स्तर के बाद से यह सबसे बड़ी दैनिक गिरावट मानी जा रही है. विशेषज्ञों के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती, बॉन्ड यील्ड में सुधार और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयान ने सोने की चमक फीकी कर दी है.
प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें (24 कैरेट / 22 कैरेट):
आज के रेट (9 जुलाई):
शहर24 कैरेट (₹/10 ग्राम)22 कैरेट (₹/10 ग्राम)दिल्ली₹98,330₹90,150मुंबई₹98,180₹90,000कोलकाता₹98,180₹90,000चेन्नई₹98,180₹90,000भोपाल₹98,230₹90,050
नोट: इन दरों में स्थानीय कर और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं.
2025 में सोने-चांदी ने दिखाया जबरदस्त रिटर्न
1 जनवरी 2025 को सोने की कीमत ₹76,162 प्रति 10 ग्राम थी, जो 9 जुलाई 2025 तक बढ़कर ₹96,135 हो गई है—करीब ₹19,973 की ठोस बढ़त. इसी दौरान चांदी का भाव भी ₹86,017 से उछलकर ₹1,07,363 प्रति किलो पर पहुंच गया है. इस तरह दोनों कीमती धातुओं ने निवेशकों को इस साल अब तक शानदार रिटर्न दिए हैं.
क्या गिरावट का मतलब है नया ट्रेंड?
हालांकि हाल की गिरावट ने कुछ निवेशकों को चौंका दिया है, लेकिन इसे लंबी अवधि के लिए स्थायी बदलाव नहीं माना जा रहा. त्योहारी सीजन और शादी-समारोह के बढ़ते मौकों को देखते हुए अगस्त—सितंबर में सोने-चांदी की कीमतें फिर से उछाल ले सकती हैं.
विशेषज्ञों की नजर में कारण
- फेड की नीतियां: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगली बैठक में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम हो रही हैं.
- डॉलर में मजबूती: डॉलर सूचकांक के सुदृढ़ होने से गोल्ड (USD में दाम) पर दबाव बढ़ा है.
- मुनाफावसूली: ताज़ा तेजी के बाद निवेशकों ने खरीदारी का मुनाफा निकालना शुरू कर दिया, जिससे खरीदी की गति थोड़ी धीमी हो गई.
सुरक्षित सोना खरीदने के टिप्स
- हॉलमार्क पर ध्यान दें: केवल BIS हॉलमार्क वाले स्वर्णाभूषण ही चुनें.
- HUID कोड की जांच: छह अंकों का यूनिक HUID कोड (जैसे AZ4524) शुद्धता, कैरेट और स्रोत की गारंटी देता है.
- बिल अवश्य लें: खरीदते समय बिल पर मेकिंग चार्ज, कर और GST की स्पष्ट जानकारी लें.
निवेशकों के लिए: अवसर या सावधानी?
- दीर्घकालिक निवेशक इस गिरावट को प्रवेश-बिंदु मान सकते हैं, क्योंकि इतिहास बता रहा है कि अगली मांग पुनः रेट बढ़ाती है.
- अल्पकालिक व्यापारी फिलहाल थोड़े सतर्क रहें—वैश्विक संकेत और डॉलर की चाल से अगले कुछ हफ्ते में कीमतों में तेजी-भरकी का दौर बन सकता है.
निवेश सलाह: मार्केट की अस्थिरता के बीच, अपने निवेश का उद्देश्य स्पष्ट रखें—लंबी अवधि के लिए हेजिंग या शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग. उपयुक्त योजना और समय पर खरीदारी से लाभ की संभावना बढ़ सकती है.



