राजधानी रायपुर में आदिवासी युवक को पीट पीटकर मारने के मामले में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने साय सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. बैज ने कहा, आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी भी सुरक्षित नहीं है. बस्तर का आदिवासी अब रायपुर में भी सुरक्षित नहीं है. बस्तर के आदिवासी युवक का आखिर क्या कसूर था, जिसे रास्ता पूछने पर मौत के घाट उतार दिया गया.
दीपक बैज ने कहा, क्या अनुभवहीन गृहमंत्री दिग्भ्रमित हैं. आखिर क्यों अपराधिक घटनाओं को रोका नहीं जा रहा. 6 माह में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही है. बदमाश पैदल ही चैन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहे. थाने के भीतर चाकूबाजी की घटनाएं सामने आ रही है. नक्सलवाद की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही है. हर दिन बलात्कार की घटनाएं हो रही. गृहमंत्री अपना जिला नहीं संभाल पा रहे हैं. आदिवासी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
यह है पूरा मामला
बस्तर के लोहाड़ीगुड़ा निवासी मंगल मुरया (21) के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. मंगल रायपुर स्थित कलिंगा यूनिवर्सिटी में फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था. वह 24 जून की रात करीब 1 बजे वह कालीबाड़ी चौक पर खड़ा हुआ था. इसी दौरान बाइक सवार दो लड़के वहां पहुंचे, उन्हें देखकर मंगल ने उनसे लिफ्ट मांगी और आगे तक छोड़ने के लिए कहा. इस पर बाइक सवार लड़के उसे गाली देने लगे. मंगल ने मना किया तो उनमें विवाद शुरू हो गया. इसके बाद उन्होंने मंगल को बाइक पर बिठा लिया और भाटागांव स्थित BSUP कॉलोनी ले गए. यहां उनके साथ मारपीट की. फिर उसकी तलाशी ली तो मंगल के पास से ATM कार्ड, पासबुक और अन्य सामान मिला. आरोपियों ने मंगल से ATM का पासवर्ड पूछा तो उसने मना कर दिया. इसके बाद आरोपियों ने उसको लात-घूंसों से पीटा, फिर उसका सिर सड़क पर पटक-पटक मारा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.