रायपुर. शुक्रवार को एसीबी की टीम ने एक बार फिर राजस्व विभाग में बैठे घूसखोरों को ट्रैप किया। इस बार एसीबी की टीम ने जांजगीर-चांपा और खैरागढ़ जिले के दो पटवारियो को घूस लेते रंगे हाथों धरा है।
राज्य के अलग-अलग जिलों के राजस्व विभाग में घूसखोरी का नंगा नाच करने को लगातार एंटी करप्शन की टीम द्वारा ट्रैप किया जा रहा है। रायपुर मुख्यालय में मिली शिकायत के अनुसार एंटी करप्शन ब्यूरो की एक टीम ने जांजगीर-चांपा और खैरागढ़ में कारवाई कर पटवारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
पहला मामला.
मिली जानकारी के अनुसार संजय कुमार खुंटे, निवासी ग्राम पनगाँव, पामगढ़ जिला जांजगीर-चांपा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो शिकायत की थी, कि उसके द्वारा ग्राम पनगांव में स्थित 25 डिसमील जमीन क्रय किया जाना है। जिसके नक्शा कटवाने के लिए
पटवारी विजय लहरे से सम्पर्क करने पर 3500 रू. रिश्वत की मांग की जा रही थी। प्रार्थी रिश्वत नहीं देने का मन बनाया और घूसखोरी पटवारी की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से कर दी इधर शुक्रवार को
आरोपी पटवारी विजय लहरे को पीड़ित से रुपए लेते ट्रैप कर लिया।
दूसरा मामला.
इधर दूसरे मामले में एसीबी की टीम ने किशोर दास साहू की शिकायत पर ग्राम टोला गॉव तह. खैरागढ़ जिले में दस्तक दी, मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित को मां के नाम पर कृषि भूमि ग्राम टोलागांव एवं प्रकाशपुर में स्थित है। मां की मृत्यु होने के बाद फौती, बटांकन और नामांतरण के लिए पटवारी विवेक कुमार परगनिहा से सम्पर्क किया गया तो पटवारी ने काम के एवज में प्रति गांव की जमीन के लिये दस हजार रूपये के हिसाब से कुल 20,000 रूपये रिश्वत की मांग की गई थी। जिसमें से 4,000
रू. एडवांस के रूप में ले लिया। पटवारी के घूसखोरी से परेशान होकर पीड़ित एसीबी की शरण में गया और एसीबी की टीम ने प्लानिग कर विवेक कुमार परगनिहा पटवारी कार्यालय में प्रार्थी से दूसरी किश्त 4,000 रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों हिरासत में ले लिया।
दोनों ही प्रकरण के घूसखोर आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 7 पीसीएक्ट
1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की गई है