केरल (Kerala) के वायनाड में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। विगत मंगलवार (30 जुलाई) को आए वायनाड (Wayanad Landslide) लैंडस्लाइड में अबतक 315 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 200 से अधिक लोग अब भी लापता है। प्रकृति के प्रकोप का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महज 195 लोगों के ही शव मिले हैं। वहीं 105 लोगों के शरीर क कुछ हिस्सा ही बरामद हुआ है, जिससे उनकी मौत कंफर्म हुई है।
सेना, नेवी और एयरफोर्स के साथ बचावकर्मियों की 40 टीमें लोगों के रेस्क्यू में दिन-रात जुटे हुए है। वहीं लगातार बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही है। रेस्क्यू को प्रभावी बनाने के लिए सर्च क्षेत्र को 6 अलग-अलग भागों में बांटने की बात चल रही है। वहीं जैसे-जैसे मलबा हटाने के काम चल रहा है, वैसे-वैसे शव निकल रहे हैं। वहीं गांवों-जंगलों में भी लाशें मिल रही है।
आज भी पीड़ितों से मिलेंगे राहुल-प्रियंका
गुरुवार सुबह लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और उनकी बहन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) वायनाड पहुंचे थे। विजिट के दौरान दोनों ने लैंड स्लाइड प्रभावितों से बात की। चूरलमाला और मेप्पाडी में एक अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मॉर्चुरी भी पहुंचे। आज शुक्रवार को राहुल गांधी वायनाड में रहेंगे। यहां राहत कार्य को लेकर पार्टी नेताओं और मेप्पाड़ी ग्राम पंचायत के डेलिगेशन से मिलेंगे।
राहुल गांधी ने वायनाड में कहा, ‘यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार और घरों को खो दिया है। हम मदद करने की कोशिश करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि बचे हुए लोगों को उनका हक मिले। आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा मेरे पिता के निधन के समय हुआ था।’ राहुल वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीते थे। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने वाली हैं।
खोजी अभियान में ले रहे कुत्तों की मदद
सेना ने हादसे के बाद जो बेली ब्रिज बनाया है, इससे 25 एंबुलेंस मुंडकई पहुंचाई जाएंगी। मिट्टी में दबे शवों का पता लगाने के लिए दिल्ली से ड्रोन आधारित रडार शनिवार को आने वाला है। तलाशी अभियान में 6 कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। आज तमिलनाडु से 4 और कुत्ते लाए जाएंगे।
चूरलमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाला ब्रिज तैयार
आर्मी के मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप ने वायनाड के चूरलमाला को मुंडक्कई से जोड़ने के लिए 190 फीट लंबा बैली ब्रिज तैयार किया। इससे राहत कार्य में तेजी लाई जा सकेगी। मलबा हटाने का काम ज्यादा तेजी से हो सकेगा, क्योंकि अब बड़ी JCB मशीनों को उन जगहों पर पहुंचाया जाएगा, जहां सबसे ज्यादा तबाही हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने जताया दुख
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी गुरुवार देर रात (भारतीय समय अनुसार) हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा- इस कठिन समय में हम भारत के साथ हैं। रेस्क्यू में जुटे लोगों की हम सराहना करते हैं। उधर, गुरुवार को वायनाड पहुंचे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज भी यहां पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।