लेडी आईपीएस अफसर ने साइबर फ्रॉड से बचने बैंकर्स को सुझाया एंटीक आइडिया, देखिए.

• म्यूल बैंक खातों पर बेहतर कार्यवाही हेतु एसपी जीपीएम ने बैंक प्रबंधकों के साथ की बैठक. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. जिले में साइबर फ्रॉड और म्यूल बैंक खातों के बढ़ते मामलों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने जिले के सभी बैंक मैनेजर्स की बैठक ली। यह बैठक लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर उदय कवीश्वर के माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें बैंकिंग सिस्टम में म्यूल खातों के दुरुपयोग को रोकने और साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विस्तृत चर्चा की गई। https://youtu.be/PZg1lVIGO_Y?si=qbE0IC7Ho3ZUX4nC एसपी ने सुझाया आइडिया,कॉमन सोशल मीडिया ग्रुप बनाया जाएगा. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जिले के सभी बैंक शाखाओं के बीच कॉमन सोशल मीडिया ग्रुप बनाया जाएगा, जहां म्यूल खातों की जानकारी साझा की जाएगी। इससे बैंकों को संदेहास्पद लेन-देन की पहचान में मदद मिलेगी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल पुलिस को दी जा सकेगी। साथ ही, साइबर फ्रॉड पीड़ितों की होल्ड राशि की वापसी प्रक्रिया में तेजी लाने पर भी चर्चा हुई, ताकि धोखाधड़ी का शिकार हुए नागरिकों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। पुलिस अधीक्षक ने बैंक वार आंकड़ों के साथ बताया कि जिले में कई म्यूल बैंक खाते सक्रिय हैं, जिनका उपयोग साइबर अपराधों में किया जा रहा है। इस पर सभी बैंक प्रबंधकों को निर्देश दिया गया कि वे KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया को और मजबूत करें और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खाता खुलने की किसी भी संभावना को समाप्त करें। बैठक में यह भी कहा गया कि कई मामलों में बैंक कर्मियों की जानबूझकर या अनजाने में संलिप्तता सामने आ सकने की भी संभावना होती है। इस पर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि किसी बैंक कर्मचारी की मिलीभगत पाई गई, तो उसे आपराधिक षड्यंत्र में शामिल माना जाएगा और उसके खिलाफ कठोर धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिया कि बैंक, पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी को प्राथमिकता के आधार पर तय समयसीमा में साझा करें। किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। बैठक के अंत में, पुलिस अधीक्षक ने सभी बैंक प्रबंधकों से अपील की कि वे ग्राहकों को जागरूक करें कि वे अपने बैंक खातों को किसी अन्य व्यक्ति को उपयोग के लिए न दें और संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस या बैंक को दें। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए पूरी तरह सतर्क है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। एसपी ने कहा क्यों किसी का पैसा जाए. मालूम हो कि एसपी गुप्ता भावना गुप्ता दो सेशन साइबर पाठशाला की लगवाई जाती है। जिसे साइबर फ्रॉड को लेकर अवेयरनेस ज्यादा से ज्यादा बढ़े, श्रीमती गुप्ता की माने तो जीपीएम नवीन जिला है यहां ग्रामीणों की तादाद ज्यादा है ऐसे में अगर सीधे साधे लोग साइबर फ्रॉड का शिकार होना ठीक नहीं, हमने अब तक कुछ लोगों के साथ हुई ठगी के मामले को साल्व कर पैसा वापस दिलाया है और आगे भी साइबर फ्रॉड से जंग जारी रहेगी।





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