बिलासपुर. जिले के गुंडा, बदमाश, हिस्ट्री शीटर, गुर्गे और इन जैसे अन्य शब्दों से जुड़े क्राइम मास्टरों के लिए बुरी खबर है। अपराध की शह पर चल, अचल संपत्ति इक्कठा करने वाले ऐसे अपराधियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। एक्शन में आए पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने एक एक कर अपराध के बूते जुटाई गई काली कमाई को निस्तिनाबूत करने का प्लान बनाया है।
शुक्रवार को लालखदान क्षेत्र के आदतन बदमाश रंजन गर्ग के ढेंका स्थित एक एकड़ जमीन पर अवैध निर्माण और घेरे को पुलिस ने जिला प्रशासन की टीम के साथ मिलकर जमींदोज किए जाने की चर्चा शहर में जोरों पर है इधर इस कारवाई से जिले के गुंडा, बदमाश, हिस्ट्री शीटर, गुर्गों के अलावा अपराध की दुनियां से जुड़े क्राइम मास्टरों के रिकॉर्ड पर पुलिस कप्तान सिंह ने नजर दौड़ना शुरू कर दिया है।
एसपी रजनेश सिंह ने अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने का प्लान बनाया है। उनका मानना है कि मौके की नजाकत को देखते हुए शातिर और कुख्यात अपराधियों का एनकाउंटर करना एक अलग चीज है लेकिन अपराध जगत में रह कर जुटाई गई चल, अचल संपत्ति को खत्म करना मतलब अपराध और अपराधियों की रीढ़ की हड्डी तोड़ने से भी बड़ा है। एसपी ने इस काम जिम्मा एडिशनल एसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल को सौंपा है जो शहर थानेदारों से कोऑर्डिनेशन कर गुंडा, बदमाश, हिस्ट्री शीटर, गुर्गे और पुलिस की डायरी ने दर्ज अन्य तरह के अपराधियों का डिटेल निकाल करेंगे। जिसके बाद बीएनएसएस की धारा 107 के तहत कारवाई की जाएगी।
एक बड़ा प्लान बना रहे एसपी.
एसपी सिंह ने ‘OMG NEWS NETWORK’ से (ऑफ कैमरा) चर्चा के दौरान क्राइम मास्टरों से क्लीन बिलासपुर को लेकर अपना प्लान साझा किया। उन्होंने बताया कि एक बड़ी तैयारी की जा रही है। राजस्व विभाग की हेल्प लेकर खास कर जिला रजिस्टार से बात कर गुंडा, बदमाश, हिस्ट्री शीटर, गुर्गे और पुलिस की डायरी ने दर्ज अन्य तरह के अपराधियों का डिटेल निकाल कारवाई की जाएगी। जिसकी शुरुआत हो चुकी है। जरूरत पड़ी तो राजधानी में बैठे अफसरों से भी अपराधियों के काले खाके की पातासाजी के लिए फोन घुमाया जाएगा और सारा ऑडिट कर कारवाई की जाएगी।
इसके अलावा गुंडा बदमाशों की लिस्ट हो रही तैयार.
एसपी ने बताया कि पुलिस ने 20 से अधिक कुख्यात अपराधियों की सूची बनाई है। इनमें रंजन गर्ग समेत अन्य नाम प्रमुख हैं। ये अपराधी अवैध कब्जा, संपत्ति विवाद और अन्य गंभीर मामलों में शामिल हैं। पुलिस ने इनकी संपत्ति और अवैध धंधों की भी जांच शुरू कर दी है। एसपी का कहना है कि जिन अपराधियों ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है, उनके खिलाफ जिला प्रशासन के साथ मिलकर युद्धस्तर पर कार्रवाई की जाएगी
काली कमाई के जब्ती की प्रक्रिया शुरू.
पुलिस ने इन अपराधियों के चंगुल से अवैध तरीके से कब्जाई गई संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी कर दी है। जिला प्रशासन के सहयोग से सरकारी भूमि से अवैध कब्जे हटाने का अभियान तेज किया जाएगा। इसके तहत, अपराधियों की चल-अचल संपत्तियों की सूची बनाकर उन्हें जब्त किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन.
सुप्रीम कोर्ट ने संपत्ति जब्ती के मामलों में यह स्पष्ट किया है कि,
अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति की जब्ती के लिए ठोस प्रमाण जरूरी हैं।
जब्ती की प्रक्रिया में संबंधित व्यक्ति को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा।
कार्रवाई के दौरान किसी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा।
पुलिस के नए कानून की व्यवस्था
पुलिस विभाग ने अपराधियों की संपत्ति जब्ती को लेकर निम्नलिखित कदम उठाए हैं।
अपराधियों की संपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करना। स्थानीय प्रशासन और राजस्व विभाग की मदद से अवैध कब्जे चिन्हित करना।
जब्ती के दौरान आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना। बीएनएस की धारा 107 जप्त कर कुर्की की तैयारी।